सेमिनार में डीपीएस विजेता, डीएवी बना उप विजेता
जिला स्तरीय विद्यार्थी विज्ञान सेमिनार का विजेता डीपीएस रांची बना।
जागरण संवाददाता, रांची : जिला स्तरीय विद्यार्थी विज्ञान सेमिनार का विजेता डीपीएस रांची बना। स्कूल की श्रेयांसी पांडेय ने औद्योगिक क्रांति 4.0 : क्या हम तैयार हैं विषय पर जोरदार तरीके से अपनी बातें रखी। दूसरा विजेता नीरजा सहाय डीएवी पब्लिक स्कूल कांके के आयुष रंजन तो तीसरे स्थान पर डीएवी नंदराज के छात्र गौरव कुमार रहे। संत मार्गरेट बालिका उवि में आयोजित कार्यक्रम में सभी विजयी प्रतिभागियों को दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक अशोक शर्मा, डीइओ रजनीकांत वर्मा व डीएसई छठु विजय सिंह ने प्रमाणपत्र व शील्ड देकर पुरस्कृत किया। सेमिनार का आयोजन बिड़ला औद्योगिक तथा प्रौद्योगिकी संग्रहालय कोलकाता एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी रांची के तत्वाधान में आयोजित की गई थी। कार्यक्रम का संचालन प्राचार्या सरिता चंद्रा ने किया। संयोजन में शहनवाज कुरैशी का अहम योगदान रहा। मौके पर प्राचार्य अशोक सिंह, ओम प्रकाश उपाध्याय, अरुण कुमार, राजेंद्र राम, शंकर झा, मो. इमरान, अनिल होरो सहित अन्य थे। दो विजेता भाग लेंगे राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में
जिला स्तरीय सेमिनार में चयनित प्रथम व द्वितीय विजेता राज्य स्तरीय विद्यार्थी विज्ञान सेमिनार में भाग लेंगे। राज्य स्तरीय सेमिनार सितंबर में ही रांची मे होगा। इसमें विजयी प्रतिभागी कोलकाता में होने वाले राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेंगे। जिला स्तरीय सेमिनार में निर्णायक की भूमिका में जिला स्कूल के शिक्षक आशुतोष सिंह, शिवनारायण मारवाड़ी प्लस टू विद्यालय के डॉ. अनिल कुमार अरुण व बालकृष्णा प्लस टू विद्यालय के अवधेश कुमार झा थे। औद्योगिक क्रांति के साथ बढ़ना होगा
आरडीडीइ अशोक शर्मा ने कहा कि औद्योगिक क्रांति देश ही नहीं दुनिया की मांग है। यदि हमें दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना है तो औद्योगिक क्रांति के सहारे आगे बढ़ना होगा। इन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम से बच्चों की प्रतिभा को निखारने का मौका मिलता है। कहा, ऐसे कार्यक्रम के आयोजन व विजेता बनने का हमारा अतीत बड़ा समृद्ध रहा है। हमारे बच्चे इसे दुहराएं। डीइओ ने कहा कि हमें आगे बढ़ना है तो औद्योगिक क्रांति जरुरी है। प्राचार्य अशोक सिंह ने कार्यक्रम की रुपरेखा व आयोजन के बारे में विस्तार से बताया। इन्होंने कहा कि हम कम संसाधन में अधिक से अधिक विकास करेंगे। यही औद्योगिक क्रांति-4.0 होगी। हम अभी से इस बारे में बात कर आगे बढ़ रहे हैं तो सफलता भी मिलेगी। 29 स्कूलों से प्रतिभागियों ने लिया भाग
सेमिनार में 29 स्कूलों से प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतिभागियों ने ऑडियो-विडियो एवं पोस्टर विजुअल के माध्यम से औद्योगिक क्रांति के विभिन्न पहलुओं को बताया। छात्र मनीष ने कहा कि औद्योगिक क्रांति के तहत जॉब कम और प्रोडक्शन अधिक की बात होगी। आकाश ने कहा कि औद्योगिक क्रांति से जॉब खत्म नहीं होंगे, बल्कि इसका स्वरुप बदल जाएगा। नैनोटेक्नोलॉजी, रोबोट, ड्रोन का दायरा बढ़ेगा।