बाल संरक्षण आयोग की सुनवाई में दोनों बच्चों की पहचान अभिभावकों ने किया
झारखंड बाल संरक्षण आयोग के कार्यालय में शिशु सदन हिनू से बच्चों को भेजने के मामले में सुनवाई हुई।
जागरण संवाददाता, राची : झारखंड बाल संरक्षण आयोग के कार्यालय में शिशु सदन हिनू से बच्चों को राची और खूंटी के होम में स्थानांतरित करने और इसी दौरान बालक सागर कंडिर और मंगरा नाग की हुई अदला बदली को लेकर सुनवाई की गई। यह सुनवाई आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर की अध्यक्षता में की गई साथ ही सदस्य रविंद्र गुप्ता भी उपस्थित रहे। इस क्रम में खूंटी व राची सीडब्ल्यूसी, शिशू सदन और करूणा के प्रतिनिधियों को बुलाया गया था। अभिभावकों के समय पर नहीं पहुंचने की वजह से सुनवाई देर से शुरू हुई। सुनवाई के दौरान सागर कंडिर व मंगरा नाग को आयोग के समक्ष लाया गया। कौन सागर है और कौन मंगरा इसकी पुष्टी उनके अभिभावकों ने की। बाद में मिश्नरीज ऑफ चैरिटीज के शिशू सदन के सिस्टरों ने भी बच्चों को पहचाना। इसके साथ ही आयोग ने निर्देश दिया की कानूनी कारवाई पूरी करने के बाद बच्चों को उनके असली अभिभावकों को सौंप दिया जाएगा। पूरी कानूनी प्रक्रिया खूंटी बाल कल्याण समिति द्वारा किया जाएगा। राची सीडब्ल्यूसी इसमें सहयोग करेगी। सुनवाई के दौरान खूंटी सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष विदेश्वर बिदिया, सदस्य बसंती मुंडा, बैद्यनाथ कुमार, डीसीपीओ अलताभ अंसारी, खूंटी सीएसडब्ल्यू सुरजीत सिंह के साथ राची जिला कल्याण पदाधिकारी कंचन सिंह, सीडब्ल्यूसी की सदस्य प्रतिभा तिवारी, तनुश्री सरकार, डीएसपीओ राची सेवक राम के साथ-साथ अभिभावक सागर कंडिर के पिता बुधु कंडिर व मंगरा के पिता बुधु नाग, प्रतिनिधी के रूप में अमित तोपनो व मिश्नरीज ऑफ चैरिटीज की धर्म बहनें मौजूद रहीं। इस मामले पर जब सुनवाई शुरू हुई तो कई लोगों ने नकारने लगा। कई ने कहा कि अभिभावक नहीं हैं। सख्ती के बाद अभिभावक आए।