शिक्षकों ने जाने बच्चों में गणित की समझ विकसित करने के गुण
शिक्षकों की क्षमता एवं योग्यता को निखारना तथा आपसी डिस्कशन एवं एक्टिविटि से ही संभव है।
जागरण संवाददाता, रांची : शिक्षकों की क्षमता एवं योग्यता को निखारना तथा आपसी डिस्कशन एवं एक्टिविटी के द्वारा विद्यार्थियों के लिए गणित विषय को सरल और रोचक बनाने की उद्देश्य से गुरुवार को डीएवी सेंटर फॉर एकेडमिक एक्सलेंस के तत्वावधान में डीएवी पब्लिक स्कूल बरियातू में गणित शिक्षकों के लिए तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। डीएवी बरियातू के प्राचार्य वीके सिंह ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। कार्यशाला में डीएवी स्कूल बरियातू, कडरू, गांधीनगर कांके, नीरजा सहाय कांके, पुंदाग, खूंटी और टीएसआइ गोविंदपुर डीएवी स्कूल के कुल 47 शिक्षकों ने भाग लिया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए प्राचार्य वीके सिंह ने कहा कि गणित शिक्षकों का दायित्व है कि उन्होंने जितनी रुचि के साथ गणित पढ़ा है, वहीं रुची तथा समझ बच्चों के बीच पैदा करें। गणित को आरंभ से ही कठिन विषय माना जाता है जबकि दैनिक जीवन में यह हमारे लिए काफी अहम है। जो बच्चा कमजोर है उसे हतोत्साहित करने के बजाय व्यक्तिगत रूप से ध्यान देने की जरूरत है। विद्यार्थी के मन से गणित का भय हटाकर उसे तर्क शक्ति के साथ सोचने के लिए प्रेरित करें।
कक्षा आठ से दस के सत्र में डीएवी कडरू के उप प्राचार्य डॉ. आरबी शर्मा ने कोण के एंटी क्लॉक वाइज और क्लॉक वाइज का निर्धारण जेड एक्सिस के सापेक्ष में बताया। डीएवी नीरजा सहाय के गुरु चरण शर्मा ने त्रिकोणमिति में सुपरहेक्सागोण के माध्यम से सूत्रों को प्राप्त करने की विधि बताई। डीएवी गाधीनगर के पारितोष कुमार ने जियोजेब्रा एप्प के माध्यम से ग्राफ खींचने की विधि बताई। डीएवी कडरु के शक्तिपदा सत्पथी ने द्विघात समीकरण के पहलूओं की चर्चा की तथा समीकरण हल करने में आनेवाली कठिनाइयों के विषय में बताया। कक्षा तीन से सात के सत्र में डीएवी गांधी नगर के रोशी वाधवानी ने कहा कि बच्चों को किसी भी चीज सिखाने से पहले उसे मानसिक रुप से तैयार किया जाए। इसके अलावा सब्जेक्ट को-ऑर्डिनेटर गीता प्रिया जोशी डीएवी बरियातू के रश्मि अग्रवाल समेत कई शिक्षकों ने विषय पर चर्चा की।