रांची में बंद का मिला-जुला असर, 535 समर्थक गिरफ्तार
बंद के दौरान दूर की गाड़ियां नहीं चलने से लोगों को काफी परेशानी हुई।
जागरण संवाददाता, रांची : राजधानी राची में विपक्ष के भारत बंद का मिला-जुला असर देखने को मिला। बंद के दौरान कहीं दुकानें खुली तो कहीं बंद रहीं। सुबह के समय बंद के मद्देनजर दुकानें नहीं खुलीं। सड़क पर आम दिनों की तुलना में वाहनों का आवागमन कम दिखा। स्कूल कॉलेज बंद रहे।
सुबह 10:30 बजे से ही सड़कों पर बंद समर्थक निकलने लगे थे। उधर प्रशासन भी बंद को लेकर चौकस दिखा। चौक-चौराहों पर पुलिस बल तैनात थे। जहां-जहां से बंद समर्थक निकले, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, पूर्व मंत्री बंधु तिर्की, विधायक प्रदीप यादव सहित 535 बंद समर्थकों को गिरफ्तार कर कैंप जेल भेजा गया, जिन्हें देर शाम रिहा कर दिया गया।
राची के अल्बर्ट एक्का चौक, बिरसा चौक, कांके चौक, डोरंडा राजेंद्र चौक, रातू, नामकुम सहित कई जगहों पर बंद समर्थकों की गिरफ्तारी हुई। हरमू रोड में बिजली कार्यालय के पास बंद समर्थकों ने टायर जलाकर प्रदर्शन का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने तुरंत उन्हें हटा दिया।
बंद के दौरान सुरक्षा को लेकर चप्पे-चप्पे पर पुलिस बलों की तैनाती की गई थी। डीसी राय महिमापत रे और एसएसपी अनीश गुप्ता खुद सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाल रहे थे। सुबह के समय सिटी एसपी अमन कुमार निकले और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। साथ ही पुलिसकर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
पेट्रोल-डीजल के बढ़े दामों के खिलाफ काग्रेस के भारत बंद को झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा, झारखंड विकास मोर्चा, राष्ट्रीय जनता दल समेत वामदलों का समर्थन था। बंदी का असर पहले पहर में देखा गया। दोपहर के बाद जन जीवन सामान्य हो गई। दुकानें खुल गई थी। बंद के दौरान आवश्यक सेवाओं को बंद से मुक्त रखा गया था। परीक्षा होने के बावजूद ज्यादातर स्कूल बंद रहे। --------
नहीं चलीं लंबी दूरी की बसें
बंद के दौरान लंबी दूरी की बसें नहीं चलीं। रांची के खादगाढ़ा और आइटीआइ स्टैंड पर बसें खड़ी दिखी। कई यात्री पैदल जाते दिखे। रांची से रामगढ़, हजारीबाग, बोकारो सहित अन्य रूट में लोग आवागमन नहीं कर सके। इधर गुमला, सिमडेगा, लोहरदगा, खलारी सहित अन्य इलाकों की बसें भी नहीं चली। इसी तरह शहर में चलने वाली ऑटो भी कुछ देर तक प्रभावित रही। हालांकि 12 बजे के बाद ऑटो व ई-रिक्शा का परिचालन सामान्य हो गया। -----
कंट्रोल रूम से पैनी निगाह
बंद को देखते हुए राची में धारा-144 लागू किया गया था। सुबह पाच बजे से रात 10 बजे तक धारा 144 प्रभावित रहा। बंद के दौरान ड्रोन कैमरा व सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जा रही थी। सीसीटीवी कैमरों से कंट्रोल रूम से पुलिस पैनी निगाह जमाए थे। दोपहर के समय एसएसपी व सिटी एसपी पहुंचे और कंट्रोल रूम का जायजा लिया। सुरक्षा के मद्देनजर सभी इलाकों में जिला बल के अलावा आईआरबी और जैप जवानों को तैनात किया गया था। प्रदर्शन के दौरान सड़क पर लगा रहा जाम बंद समर्थकों के प्रदर्शन के दौरान रांची के मेन रोड में जबरदस्त जाम लगा रहा। जाम देखकर लग रहा था बंदी का कोई असर शहर में नहीं है। हालांकि आम दिनों की तुलना में आवागमन कम रही। इस दौरान ट्रैफिक पुलिसकर्मी जाम से निजात दिलाने में जुटे थे। कई जगहों पर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने वाहन चेकिंग अभियान चलाया। काला शीशा लगे वाहनों की ब्लैक फिल्म उतारी गई। -----
..और धक्का देकर आगे बढ़ गए सुबोधकांत करीब 11:50 बजे अल्बर्ट एक्का चौक पर अपने कार्यकर्ताओं के साथ सुबोधकांत पहुंचे। वहां पहुंचते ही पुलिस ने उन्हें घेर कर गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद अपने कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस को धक्का देकर आगे बढ़ गए। इसके बाद सरकार विरोधी नारे लगाए। सरकार पर पेट्रोल की कीमत वृद्धि को लूट खसोट बताकर जमकर गरजे। उनके साथ मौजूद कार्यकर्ताओं को पुलिस ने एक-एक कर गिरफ्तार किया। इस दौरान कई कार्यकर्ता जमीन पर भी गिरे। कई को जबरन बस में ठूंस कर कैंप जेल ले जाया गया।