शिक्षकों की डीसी के साथ वार्ता में नहीं बनी बात, जलाई पदस्थापन की प्रतिया
प्राथमिक शिक्षक एक सप्ताह से रेशनलाइजेशन में नियम की अनदेखी की बात की है।
जागरण संवाददाता रांची : प्राथमिक शिक्षक एक सप्ताह से रैशनलाइजेशन में नियम की अनदेखी की बात कह इसका विरोध कर रहे हैं। इसे लेकर शिक्षकों में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। सोमवार को अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रतिनिधिमंडल से डीसी राय महिमापत रे की बातचीत हुई। शिक्षकों ने एक-एक कर गड़बड़ियों की ओर ध्यान दिलाया। कहा, नियम की अनदेखी कर दूसरे प्रखंड में शिक्षकों का तबादला कर दिया गया है। महिला शिक्षकों को सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में पदस्थापित किया गया, नियम के अनुसार प्रत्येक विद्यालय में एक सरकारी शिक्षक का होना जरूरी है, लेकिन रेशनलाइजेशन में लगभग 70 विद्यालयों को सरकारी शिक्षक विहीन कर दिया गया है। इस पर डीसी ने कहा कि जिन्हें गड़बड़ी लगती है, वे 13 सितंबर तक आपत्ति दर्ज करा दें उन्हें एक सप्ताह के बाद लिखित जवाब मिल जाएगा। शिक्षक डीसी के जवाब से असंतुष्ट होकर अलबर्ट एक्का चौक पर नियुक्ति-पदस्थापन की प्रतिया जलाई। मौके पर संघ के अध्यक्ष विजेंद्र चौबे, मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद, सलीम सहाय तिग्गा, संजय साहू, कृष्णा शर्मा, रेणु कुमारी, सुषमा कुमारी सहित अन्य थी। वार्ता में डीईओ रतन कुमार महावर और डीएसई शिवेंद्र कुमार भी थे। गड़बड़ी के लिए अधिकारी जिम्मेदार
बिजेंद्र चौबे ने कहा कि रैशनलाइजेशन में गड़बड़ी के लिए स्थापना कमेटी के सभी अधिकारी जिम्मेदार हैं। मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद ने कहा कि शिक्षकों को एक सोची समझी साजिश के तहत प्रताड़ित किया जा रहा है। शिक्षकों ने कमेटी के सदस्यों के विरोध में जमकर नारेबाजी भी की। मौके पर अगमलाल, अमित कुमार, प्रकाश चंद्र, सतीश, योगेंद्र द्विवेदी, मनोज, ज्योत्सना, रजिया बेगम, राबिया, जूही नाज, किरण सहित अन्य थे।