Move to Jagran APP

रिनपास में एक हफ्ते की भीतर शुरू होगी नियुक्ति प्रक्रिया : चंद्रवंशी

स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने रिनपास के 93वें स्थापना दिवस समारोह में की घोषणा, एक हफ्ते में होगी बहाली। संवाद सूत्र

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Sep 2018 09:41 PM (IST)Updated: Tue, 04 Sep 2018 09:41 PM (IST)
रिनपास में एक हफ्ते की भीतर शुरू होगी नियुक्ति प्रक्रिया : चंद्रवंशी
रिनपास में एक हफ्ते की भीतर शुरू होगी नियुक्ति प्रक्रिया : चंद्रवंशी

स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने रिनपास के 93वें स्थापना दिवस समारोह में की घोषणा संवाद सूत्र, कांके : स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने कहा कि संपूर्ण भारत में रांची की पहचान काके से होती है। यहां रिनपास में मानसिक रोगियों का ईलाज किया जाता है। नियुक्ति नियमावली नहीं होने के कारण यहां स्थायी निदेशक, चिकित्सकों व कर्मचारियों के सैकड़ों पद खाली हैं। एक हफ्ते के भीतर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। वे मंगलवार को राची तंत्रिका मनोचिकित्सक संस्थान (रिनपास) के 93वां स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।

loksabha election banner

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 1795 ई. में मुंगेर में लुनाटिक असाइलम के नाम से 110 मरीजों के साथ इसे शुरू किया गया था। बाद में पटना होते हुए रांची में 1925 में इसे स्थापित किया गया। सीमित संसाधनों के बावजूद रिनपास का इतिहास गौरवशाली रहा है। बिहार, बंगाल व ओडिशा से भी यहां मरीज इलाज कराने आते हैं।

उन्होंने कहा कि झारखंड देश का पहला राज्य होगा जहा के 59 लाख परिवारों का पांच लाख रुपये का स्वास्थ बीमा करने की तैयारी कर ली गई है। एक लाख की राशि बीमा कंपनी देगी वहीं बचे 4 लाख रुपये राज्य सरकार देगी।

10 प्रतिशत लोग मानसिक समस्या से जुड़ रहे हैं

रिनपास के निदेशक ने रिनपास की कई उपलब्धियां गिनाते हुए कहा की 2001 में यहा 16 हजार मरीजों का इलाज किया गया। वहीं वर्ष 2017 में 1 लाख मनोरोगियों का इलाज हुआ। बताया कि 10 प्रतिशत लोग आज मानसिक समस्या से जूझ रहे है। वहीं हर व्यक्ति अपने जीवनकाल में 25 प्रतिशत समय मानसिक अवसाद से गुजार रहे है। वर्ष 2020 तक डिप्रेशन की समस्या सबसे बड़ी समस्या होगी। विकासशील देशों में 20 प्रतिशत वहीं भारत में लगभग 70 प्रतिशत लोगों का मानसिक इलाज नहीं हो पा रहा है।

मानसिक रोग का इलाज संभव है : निधि खरे

स्वास्थ्य विभाग की प्रधान सचिव निधि खरे ने कहा कि रिनपास धरोहर है। मानसिक रोग आनुवांशिक नहीं है। इस रोग का इलाज संभव है। जिस तरह मरीज अभी 104 नंबर की सेवा से अपनी शारीरिक रोग का समाधान करा रहे हैं, उसी तरह हर जिले के साथ-साथ हर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मेंटल हेल्थ क्लिनिक खोलने की आवश्यकता है।

इस मौके पर अपर सचिव स्वास्थ्य बीके सिंह, सीआइपी निदेशक डॉ. डी राम, डॉ. अशोक कुमार नाग, डॉ. अमोल रंजन, डॉ. अमित कुमार आदि मौजूद थे। पुरस्कार देकर किया गया सम्मानित

इस मौके पर सर्वश्रेष्ठ महिला शाखा वार्ड तीन, सर्वश्रेष्ठ पुरुष शाखा वार्ड सात, सर्वश्रेष्ठ महिला ओटी विभाग की रोगी महिला मंजू वार्ड दो, सर्वश्रेष्ठ पुरुष ओटी विभाग के रोगी आलमगीर को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.