कान्हा रे थोड़ा सा प्यार दे, चरणों में बैठा के तार दे
सोमवार को मोरहाबादी मैदान में दही हांडी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। बारिश की वजह से सिर्फ महिलाओं की प्रतियोगिता हो पाई, पुरुषों की प्रतियोगिता आज होगी।
जागरण संवाददाता, रांची
रविवार को अलबर्ट एक्का चौक पर दही-हांडी फूटी। सोमवार को मोरहाबादी मैदान में। श्री कृष्ण जन्माष्टमी समिति के तत्वावधान इसका भव्य आयोजन किया गया था। खूबसूरत मंच सजा हुआ था और सौ से ऊपर नन्हें-मुन्ने बच्चे कान्हा बनकर आए थे। चार माह से लेकर 12 साल तक के बच्चों शामिल थे। इस बीच भजन का दौर भी चला। नटराज ग्रुप एवं मथुरा वृंदावन के कलाकारों ने रासलीला का मंचन किया। कान्हा रे थोड़ा सा प्यार दे, चरणों में बैठा के तार दे। ओ गौरी घुंघट उभार दे, प्रेम की भिक्षा झोली में डाल दे.. प्रेम गली में आके गुजरिया, भूल कान्हा रे थोड़ा सा प्यार दे दे..गाने पर कलाकारों की टीम ने मनमोहक नृत्य पेश किया। धनबाद की प्रसिद्ध भजन गायिका गिरिजा सोनी, चैताली कुमार, भजन सम्राट शमशेर ने श्रोताओं को खूब झुमाया। गीत-संगीत के साथ दही-हांडी प्रतियोगिता शुरू हुई। कार्यक्रम पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय भी उपस्थित थे।
योगा टीम ने फोड़ी मटकी
शुरुआत महिला टीम से हुई। योगा टीम ने 17 फीट पर बंधी मटकी को 1.26 मिनट में फोड़ दिया। बाकी बुसू व लालपुर की टीम असफल रही। योग टीम को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया। हालांकि इसके बाद 9.55 पर बारिश शुरू हो गई। कार्यक्रम रोक देना पड़ा। पुरुष की 13 टीमें शामिल हुई थीं। इन्होंने ने दिया योगदान
कार्यक्रम को सफल बनाने में समिति के अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद, संरक्षक डॉ. राजेश गुप्ता छोटू, संजय पाडेय, अजय नाथ शाहदेव, योगेन्द्र प्रताप सिंह, मनोज पाडेय, संतोष कुमार, संयोजक मनोज गुप्ता, राजन सिंह राजा, राजेश रूद्रा, सतीश पॉल मुंजनी, सतीश पाडेय, राजेश सिन्हा सन्नी, विनोद गोप, संजय सोनी, उदय प्रताप सिंह, किशन अग्रवाल, कार्यकारी अध्यक्ष राहुल किट्टू, उपाध्यक्ष वेद प्रकाश तिवारी, लाल मोहित नाथ शाहदेव, विजय प्रकाश शकर गोप, राजीव नारायण प्रसाद, राजीव चैधरी, प्रवीण टोप्पो, अंकित सिंह राठौर, कुलदीप कुमार, गौतम सिंह, अजय सिंह, महासचिव बबलू शुक्ला, केदार पासवान, राकेश सिन्हा, कौशिक चक्रवर्ती आदि का योगदान दिया।
--------- विजेता टीम को 75 हजार रुपये का पुरस्कार
दही हाडी फोड़ो प्रतियोगिता में पुरुष गोविंदा की 13 टीमें शामिल हुई। सबसे कम समय में हाडी फोड़ने वाली टोली को 75 हजार का इनाम दिया गया। वहीं, द्वितीय पुरस्कार 25 हजार दिया गया।