अहम है एकल का समाज में योगदान
- राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा देश में शिक्षा और कौशल के विकास में एकल अभियान की है सराहना की है।
- राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा देश में शिक्षा और कौशल के विकास में एकल अभियान की है महत्वपूर्ण भूमिका जागरण संवाददाता, रांची : देश भर में 52 हजार एकल विद्यालयों के माध्यम से शिक्षा और कौशल का अलख जगा रहे एकल अभियान के तत्वाधान में रविवार को सीएमपीडीआइ के मयूरी प्रेक्षागृह में एकल सुर एकल ताल का आयोजन किया गया। राजधानी को जन्माष्टमी का उपहार देने और लोगों में देशप्रेम की भावना भरने के उद्देश्य से एकल कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी। आयोजन में झारखंड की राज्यपाल महामहीम द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुई। उन्होने एकल अभियान द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यो की सराहना की और कहा कि एकल द्वारा दिया जा रहा योगदान समाज और देश के लिए महत्वपूर्ण है। इसे और बढ़ाने की जरूरत है।
ज्ञात हो कि एकल अभियान संस्कृति और राष्ट्रीय मूल्यों के संरक्षण पर भी जोर दे रहा है। साथ ही सुदूर गावों में खेती के अलावा मशरूम उत्पादन जैसी नई विधाओं को पहुंचाने का काम भी किया जा रहा है। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, एकल के रांची चैप्टर के अध्यक्ष रेखा जैन, आरएसएस के सह क्षेत्र संघचालक देवव्रत पाहन, प्रांत प्रचारक रविशंकर, महाधिवक्ता अजित कुमार, अमरेंद्र विष्णुपुरी, मनोज तुलस्यान, प्रदीप जैन, ज्ञान प्रकाश जालान सहित बड़ी संख्या में शहर के गण्यमान्य लोग उपस्थित थे। जन्माष्टमी की शुभकामना संग देश भक्ति का मिला संदेश -
एकल कलाकारों की प्रस्तुति की पृष्ठभूमि देशभक्ति का संदेश और जन्माष्टमी की बधाइयां थी। मिले सुर मेरा तुम्हारा गीत की प्रस्तुति से देश के विभिन्न राज्यों की विविधता और उनके बीच राष्ट्रप्रेम की भावना की एकता को दर्शाया गया। इसके बाद कृष्ण और मीरा के प्रेम पर आधारित कई नृत्य प्रस्तुत किए गए। मीरा और कृष्ण की भावनाओं को गीतों के माध्यम से लोगों के सामने रखा गया। खास बात है कि प्रस्तुति में गायन वादन और नृत्य एकल कलाकारों ने किया। जो नृत्य प्रस्तुत कर रहे थे वे स्वयं गा भी रहे थे। आज बिरज में होली गीत में देश की संस्कृति और विविधता का रंग भी देखने को मिले। वीडियो में दिखे डिजीटल पायदान पर नन्हें कदम -
एकल अभियान के तहत भारत के विभिन्न राज्यों में डिजीटल शिक्षा की ओर मजबूती से कदम बढ़ाए जा रहे हैं। बच्चों को टैब और लैपटॉप से नई दुनियां का रास्ता दिखाया जा रहा है। कार्यक्रम में वीडियो के माध्यम से इन प्रयासों को लोगों के समक्ष दिखाया गया।