बंपर बारिश से लहलहाई धान की फसल
राज्य ब्यूरो, रांची : झारखंड में अगस्त माह में हुई झमाझम बारिश से धान के फसल का आच्छादन
राज्य ब्यूरो, रांची : झारखंड में अगस्त माह में हुई झमाझम बारिश से धान के फसल का आच्छादन तो तेजी से बढ़ा है लेकिन इस बारिश से होने वाली नमी से फसलों पर स्टेम बोरर (तना छेदक) रोग का खतरा भी मंडराने लगा है। धान की विलंब से हुई रोपनी और धूप के न निकलने से इस रोग की संभावना प्रबल हो गई है। इससे उत्पादन के आंकड़े कुछ हद तक प्रभावित हो सकता है।
झारखंड में जून और जुलाई में औसत से कम बारिश होने के कारण धान की रोपनी देरी से शुरू हुई। जिससे अपर लैंड की धान की फसल को नुकसान पहुंचा है। रांची के जिला कृषि पदाधिकारी अशोक कुमार स्वीकारते हैं कि विलंब से हुई रोपनी और अगस्त में हुई अत्यधिक बारिश का कुछ हद तक धान की फसल पर असर देखने को मिल सकता है। हालांकि अगस्त माह में पूरे प्रदेश में हुई बारिश से धान की खेती में जुलाई के अपेक्षाकृत खासा बढ़ोतरी हुई है। धान का रकबा तयशुदा लक्ष्य के 82 फीसद तक पहुंच गया है। इस वर्ष राज्य में 1800 हजार हेक्टेयर में धान की खेती का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। 31 अगस्त तक 1486 हजार हेक्टेयर में रोपनी का कार्य किया जा चुका है। जबकि 31 जुलाई तक महज 606 हजार हेक्टेयर में ही धान का रकबा था जो कि लक्ष्य का महज 33 फीसद था।
अब तक फसल आच्छादन की स्थिति
फसल लक्ष्य अब तक रोपनी प्रतिशत
धान 1800 1486.744 82.60
मक्का 312.560 251.694 80.53
दलहन 612.900 404.474 65.99
तेलहन 60.000 48.264 80.44
मोटा अनाज 42.000 17.355 41.32
कुल 2827.46 2208.53 78.11
नोट : आंकड़े हजार हेक्टेयर में हैं। आंकड़े 31 अगस्त तक के हैं।
---