रांची में कैंसर अस्पताल का प्रस्ताव अगली कैबिनेट में, टाटा को एसपीवी मॉडल पर मिलेगी जमीन
कांके स्थित रिनपास परिसर में टाटा ट्रस्ट के सहयोग से स्टेट ऑफ द आर्ट कैंसर अस्पताल का निर्माण होगा।
रांची : कांके स्थित रिनपास परिसर में टाटा ट्रस्ट के सहयोग से स्टेट ऑफ द आर्ट कैंसर अस्पताल खुलने का रास्ता साफ हो गया है। स्वास्थ्य विभाग ने इसपर मंजूरी दे दी है। वित्त मंत्री के रूप में मुख्यमंत्री रघुवर दास की स्वीकृति के बाद इसे लेकर प्रस्ताव कैबिनेट की अगली बैठक में आ सकता है।
राज्य सरकार ने इस अस्पताल के लिए रिनपास परिसर में चिह्नित 23.5 एकड़ जमीन सीधे टाटा को हस्तांतरित करने के बजाए स्पेशल पर्पस व्हीकल (एसपीवी) मॉडल पर इसे शुरू करने का निर्णय लिया है। अस्पताल तथा इससे संबद्ध योजनाओं के संचालन के लिए गैर लाभकारी संस्था रांची कैंसर केयर ट्रस्ट की स्थापना होगी, जिसे एक रुपये की टोकन मनी पर यह जमीन 30 साल के लिए लीज पर दी जाएगी। राज्य सरकार ने इसे लेकर टाटा ट्रस्ट के साथ होनेवाले एमओयू का ड्राफ्ट भी तैयार कर लिया है, जिसपर कैबिनेट की स्वीकृति ली जाएगी। ड्राफ्ट के अनुसार, राज्य सरकार जमीन उपलब्ध कराएगी, जबकि मशीन-उपकरण व प्रशिक्षित मानव संसाधन की जिम्मेदारी टाटा ट्रस्ट की होगी।
झारखंड के मरीजों के लिए आरक्षित रहेंगे 50 फीसद बेड :
इस कैंसर अस्पताल में 50 प्रतिशत बेड झारखंड के मरीजों के लिए आरक्षित रहेंगे। बीपीएल परिवारों के वैसे मरीज जो केंद्र या राज्य सरकार की बीमा योजना या लोक स्वास्थ्य योजना से कवर होंगे, उन्हें अतिरिक्त सहायता प्रदान की जाएगी। अस्पताल में सीजीएचएस दर पर मरीजों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
दो चरणों में संचालित होगी योजना, सरकार का रहेगा नियंत्रण :
इस योजना का संचालन दो फेज में होगा। पहले चरण में एसपीवी-1 के तहत अस्पताल का निर्माण होगा जिसके संचालन के लिए गठित बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में मुख्य सचिव, स्वास्थ्य सचिव, टाटा ट्रस्ट के अध्यक्ष, आदि शामिल होंगे। दूसरे चरण के तहत राज्य सरकार मेडिकल कॉलेजों के अलावा जिला अस्पतालों में छह कंप्रीहेंसिव कैंसर केयर सेंटर एवं जिला अस्पतालों में सात डायग्नोस्टिक एंड डे केयर क्लिनिक स्थापित करेगी। यहां भी सीजीएचएस या इससे कम दरों पर मरीजों का इलाज होगा।