चिकित्सक करेंगे कॉर्निया ट्रांसप्लांट के लिए जागरूक
रांची : रिम्स प्रबंधन ने कॉर्निया ट्रांसप्लांट शुरू करने को लेकर लोगों के साथ-साथ अपने चिकित्सकों को जागरूकता कार्य में लगाने का निर्णय लिया है।
रांची : रिम्स प्रबंधन ने कॉर्निया ट्रांसप्लांट शुरू करने को लेकर लोगों के साथ-साथ अपने चिकित्सकों और नर्सो को जागरूक व प्रशिक्षित करने का कार्य शुरू किया है। इसी सिलसिले में सोमवार को सभी एचओडी, मेट्रोन और सभी विभागों की सिस्टर इंचार्ज के साथ कार्यशालाआयोजित की गई। उन्हें निर्देश दिया गया कि सभी अपने-अपने विभाग में भर्ती होनेवाले मरीजों और उनके परिजनों को कॉर्निया ट्रांसप्लांट से संबंधित जानकारी दें। मौके पर रिम्स डायरेक्टर डॉ. आरके श्रीवास्तव मौजूद थे। रिम्स के नेत्र विभाग के डॉ. राजीव गुप्ता ने बताया कि मौके पर सभी चिकित्सकों और कर्मियों को ऐसे व्यक्तियों की पहचान करने के लिए कहा गया, जो नेत्रदान कर सकते हैं। किसी व्यक्ति की मौत के छह घंटे के अंदर ही आंख निकालना पड़ता है। नेत्र विभाग के डॉ. राहुल प्रसाद ने आई बैंक की कार्यप्रणाली की जानकारी दी।
आई बैंक के लाइसेंस का हुआ नवीकरण
डॉ. राहुल प्रसाद ने बताया कि दस दिन पहले ही नेत्र विभाग के आई बैंक के लाइसेंस का नवीकरण हुआ है। फिलहाल विभाग में ही आई बैंक फंक्शन कर रहा है। इसके प्रभारी डॉ. राजीव गुप्ता हैं और टीम में डॉ. राहुल के साथ डॉ. दीपक लकड़ा व डॉ. सुनील कुमार हैं। क्लीनिकली डेड घोषित व्यक्ति का ही कॉर्निया इस्तेमाल में लाया जाता है। नेत्रदान के लिए मृत व्यक्ति के परिजनों की भी काउंसिलिंग की जाती है। बॉक्स
प्री-मैच्योर बेबी की रेटिनोपैथी
रिम्स के नेत्र विभाग में प्री-मैच्योर बेबी की रेटिना प्रॉब्लम का भी इलाज किया जा रहा है, जिसे रेटिनोपैथी ऑफ प्री-मैच्योरिटी कहा जाता है। इसका डायग्नोसिस कर इलाज किया जाता है। गिनाईं नेत्र विभाग की उपलब्धियां
-विभाग में ग्लुकोमा के मरीज का विशेष जांच और इलाज किया जा रहा है।
-फेको विधि से मोतियाबिंद की सर्जरी की जा रही है।
-डायबिटीक रेटिनोपैथी के तहत इलाज हो रहा है।
-लेजर, ओसीटी और आई एंजियोग्राफी की भी सुविधा विभाग में उपलब्ध है। नेत्र विभाग में कॉर्निया ट्रांसप्लांट की तैयारी पूरी हो चुकी है। इस सिलसिले में अब अस्पताल के लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है। जिससे नेत्रदान के कार्य में तेजी लाई जा सके।
डॉ. राजीव गुप्ता, नेत्र विभाग, रिम्स ये हैं आई बैंक का हेल्पलाइन नंबर : 9304724664, 9835576900, 7717735586, 9430170366, 9431754216