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रिम्स ब्लड बैंक को मिलेगा संबल, रोज 100 यूनिट खून संग्रह की तैयारी

रिम्स ब्लड बैंक में लगातार हो रही रक्त की कमी के मद्देनजर अब रिम्स प्रबंधन ने नए सिरे से तैयारी शुरू कर दी है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 30 Jul 2018 08:47 PM (IST)Updated: Mon, 30 Jul 2018 10:07 PM (IST)
रिम्स ब्लड बैंक को मिलेगा संबल, रोज 100 यूनिट खून संग्रह की तैयारी
रिम्स ब्लड बैंक को मिलेगा संबल, रोज 100 यूनिट खून संग्रह की तैयारी

रांची : रिम्स ब्लड बैंक में लगातार हो रही रक्त की कमी के मद्देनजर अब रिम्स प्रबंधन ने नए सिरे से तैयारी शुरू कर दी है। समय-समय पर रिम्स की ओर रक्तदान शिविर का आयोजन कर रक्त संग्रह किया जा रहा है। वहीं रिम्स के अपर निदेशक प्रशासन हर्ष मंगला ने भी इस अभियान को आगे बढ़ाते हुए बतौर जेल आइजी बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में एक अगस्त को रक्तदान शिविर आयोजित करने का निर्देश दिया है।

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इस संबंध में बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा, होटवार के अधीक्षक की ओर से एक अगस्त को दस बजे से कारा के सामुदायिक भवन में रिम्स के सहयोग से रक्तदान शिविर आयोजित करने का निर्देश जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि जो व्यक्ति स्वेच्छा से रक्तदान करना चाहते हैं, वह अपना नाम दर्ज कराएंगे। रक्तदान करनेवाले कर्मी को जेल आइजी की ओर से प्रशस्ति पत्र देने के साथ पुरस्कृत भी किया जाएगा।

कम से कम 100 यूनिट ब्लड रोज मिले :

रिम्स के ब्लड बैंक इंचार्ज डॉ. अजय श्रीवास्तव ने कहा कि ब्लड बैंक में रोजाना कम से कम 100 यूनिट ब्लड की जरूरत पड़ती है। इसमें से आधे से ज्यादा को तो बांट दिया जाता है। 20-30 ब्लड यूनिट ही रिप्लेसमेंट में आ पाता है। रविवार को ब्लड बैंक में रक्त की कमी हो गई थी। जिसमें कि रक्तदान शिविर से आए 50 से ज्यादा ब्लड यूनिट के बाद ही स्थिति सामान्य हो पाई।

आनेवाले समय में घटेगा भार

सरकार की ओर से राज्य की विभिन्न कमिश्नरी में डे केयर सेंटर बनाए जा रहे हैं, जहां थैलेसीमिया के मरीज आसानी से रक्त ले पाएंगे। ऐसे में रिम्स आनेवाले थैलेसीमिया के मरीजों की संख्या में कमी आएगी। सदर अस्पताल के डे केयर सेंटर में रोज कम से कम दो थैलेसीमिया के मरीज आ रहे हैं।

रिम्स में किसी भी हाल में न हो ब्लड की कमी : निधि खरे

रांची : स्वास्थ्य सचिव निधि खरे ने राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में ब्लड की अनुपलब्धता पर नाराजगी प्रकट की है। उन्होंने रिम्स के निदेशक तथा रांची सिविल सर्जन को पत्र लिखकर हर हाल में रिम्स के ब्लड बैंक में ब्लड की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।

उनके अनुसार, रिम्स जैसे राज्य के सबसे बड़े अस्पताल में ब्लड पर्याप्त मात्रा में निश्चित रूप से होना चाहिए, क्योंकि इसके बिना बड़े ऑपरेशन नहीं हो सकते। स्वास्थ्य सचिव ने इसकी जांच पर जोर दिया है कि जब ब्लड संचयन के माध्यम से ब्लड बैंक में प्राप्त होता है तो उसका सही उपयोग कितना हो पाता है। ब्लड का उपयोग अधिकाधिक मरीजों को हो सके इसे भी सुनिश्चित करने की जरूरत पर जोर दिया है।

उन्होंने रिम्स निदेशक को कहा है कि जहां केवल पैक्ड सेल की जरूरत है वहां पूरे ब्लड की मांग डॉक्टरों द्वारा नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने डॉक्टरों द्वारा ब्लड के कंपोनेंट की अनुशंसा करने का निर्देश दिया है ताकि ब्लड का अधिकाधिक उपयोग किया जा सके।

उन्होंने प्राप्त ब्लड का कम से कम 80 फीसद ब्लड कंपोनेंट में अलग कर ब्लड बैंक में जमा करने का भी निर्देश दिया है। बता दें कि स्वास्थ्य सचिव ने पूर्व में भी इस संबंध में रिम्स निदेशक को निर्देश दिया था।


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