झारखंड के सामुदायिक शौचालय सह कौशल विकास केंद्र ने जीता देश का दिल
लखनऊ में आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में झारखंड के स्टॉल पर सबकी नजरें ठिठकीं।
रांची : स्वच्छता एवं शहरी सुधार के क्षेत्र में झारखंड के प्रयासों ने देश के अन्य राज्यों को भी अपनी ओर आकर्षित किया है। लखनऊ में आयोजित आवासन एवं शहरी विकास मंत्रालय की दो दिवसीय कार्यशाला में सभी राज्यों ने अपने विशेष कार्यो की प्रदर्शनी लगाई। यहां पहले नंबर काउंटर पर झारखंड की प्रदर्शनी थी। सामुदायिक शौचालय के साथ-साथ राजस्व संग्रह और कौशल विकास की परिकल्पना को एक साथ समेटने वाले इस मॉडल का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी न सिर्फ अवलोकन किया, बल्कि इस नवीनतम सोच की सराहना भी की। कई राज्यों ने इस अवधारणा को अपने प्रदेशों में भी उतारने का संकल्प दोहराया।
नगर विकास एवं आवास विभाग के अधिकारियों के मुताबिक स्वच्छ भारत मिशन की परिकल्पना को धरातल पर उतारने के क्रम में शहरी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर व्यक्तिगत शौचालयों के साथ-साथ सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया गया। निर्माण के बाद शौचालयों की समुचित देखरेख निकायों के लिए चुनौती बन गई थी। ऐसे में इन शौचालयों में कौशल विकास केंद्र के साथ-साथ दुकानें भी खोल दी गई। इससे जहां एक ओर बेरोजगारों को विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण दिया जाने लगा, वहीं दुकानें राजस्व संग्रह का केंद्र बन गई, जिससे शौचालयों का रखरखाव आसान हो गया। नगर विकास सचिव अजय कुमार सिंह, निदेशक, शहरी विकास अभिकरण राजेश कुमार शर्मा, निदेशक नगरीय प्रशासन आशीष सिंहमार आदि ने कार्यशाला में शिरकत की।