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पहाड़ी मंदिर पर बनेगा बाउंड्रीवॉल और गार्डवॉल

रांची : पहाड़ी मंदिर में मिट्टी का कटाव तेजी से हो रहा है। इससे मंदिर का अस्तित्व खतरे में है। इसे रोकने के लिए जिला प्रशासन ने बाउंड्र्रीवॉल व गार्डवाल निर्माण के कलए पर्यटन विभाग को प्रस्ताव भेजा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Jul 2018 08:30 AM (IST)Updated: Mon, 23 Jul 2018 08:30 AM (IST)
पहाड़ी मंदिर पर बनेगा बाउंड्रीवॉल और गार्डवॉल
पहाड़ी मंदिर पर बनेगा बाउंड्रीवॉल और गार्डवॉल

रांची : पहाड़ी मंदिर में मिट्टी का कटाव तेजी से हो रहा है। इससे मंदिर का अस्तित्व खतरे में हैं। अगर समय रहते कोई उपाय नहीं किया गया, तो मामला गंभीर हो सकता है। हालांकि, इस मामले में जिला प्रशासन ने पहल करते हुए, एक प्रस्ताव पर्यटन विभाग और वन विभाग को दिया है, ताकि इसका संरक्षण हो सके। प्रस्ताव के मुताबिक मंदिर के चारो तरफ बाउंड्रीवॉल का निर्माण किया जाएगा, ताकि मिट्टी के कटाव को रोका जा सके। साथ ही अतिक्रमण और मंदिर में होने वाली चोरियों पर भी लगाम कसा जा सके। करीब सवा करोड़ रुपये की लागत में इसका निर्माण हो रहा है।

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इसके अतिरिक्त मंदिर के निकट एक गार्डवॉल का निर्माण किया जाएगा। इससे मिट्टी के कटाव को रोका जा सकेगा। दीवार की चौड़ाई मोटी होगी, जो मिट्टी के दबाव से भी जल्द नहीं टूटेगी। हालांकि, इसके पूर्व इसका निर्माण पूरा नहीं हो सका था। इस वजह से दिनोंदिन पहाड़ी में मिट्टी का कटाव निरंतर जारी है। यही हाल बाउंड्रीवॉल का है। इसका निर्माण तो शुरू हुआ है। लेकिन अधूरे में ही छोड़ दिया गया।

वन विभाग को जिला प्रशासन ने एक प्रस्ताव भेजा है, इसमें मंदिर परिसर में पौधरोपण करने की बात है। पौधरोपण उन्हीं वृक्षों का करना है, जो मिट्टी का संरक्षण कर सके। इसके लिए वन विभाग से जिला प्रशासन संपर्क बनाए हुए हैं।

वहीं हाल ही में एक बैठक में जिला प्रशासन ने निर्णय लिया था कि वह पहाड़ी परिसर में केले के पौधों को लगाएगा, ताकि मिट्टी का कटाव रूक सके। अधिक से अधिक केले के पौधों को लगाया जाएगा।

'पहाड़ी मंदिर को बचाने के लिए जिला प्रशासन ने एक प्रस्ताव पर्यटन विभाग के पास भेजा है, ताकि मिट्टी के कटाव को रोका जा सके। इसमें बाउंड्रीवॉल और गार्डवॉल के निर्माण की बातें है। साथ ही वन विभाग को पौधरोपण के लिए प्रस्ताव दिया गया है।'

अंजलि यादव

एसडीओ, रांची


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