खूंटी सामूहिक दुष्कर्म व पत्थलगड़ी का मास्टरमाइंड जॉन जुनास गिरफ्तार, किए अहम खुलासे
खूंटी सामूहिक दुष्कर्म के मुख्य साजिशकर्ता और पत्थलगढ़ी के नाम पर भोले-भाले ग्रामीणों को भड़काने के आरोपित जॉन जुनास को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
रांची, जेएनएन। झारखंड में खूंटी जिले में गत 19 जून को कोचांग में पांच युवतियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म और फिर पत्थलगड़ी विवाद खड़ा करने वाले जॉन जुनास तिड़ू और बलराम समद को झारखंड पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। खूंटी सामूहिक दुष्कर्म के मुख्य साजिशकर्ता और पत्थलगढ़ी के नाम पर भोले-भाले ग्रामीणों को भड़काने के आरोपित जॉन जुनास को जमशेदपुर से और बलराम समद को चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया है। ये दोनों दूसरे राज्य भागने की तैयारी में था। जॉन जुनास पर खूंटी जिला में 12 केस और बलराम सामद पर 8 केस दर्ज हैं।
गिरफ्तार जॉन जुनास और बलराम ने किए ये खुलासे
झारखंड के खूंटी में हो रही विवादित पत्थलगड़ी के तार गुजरात और महाराष्ट्र से जुड़े हैं। खूंटी जिले में 19 जून को कोचांग में पांच युवतियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म और पत्थलगड़ी के मास्टरमाइंड जॉन जुनास तिडू और बलराम समद को झारखंड पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
जॉन जुनास और बलराम की गिरफ्तारी की जानकारी देते आईजी नवीन कुमार सिंह रांची जोन के आईजी नवीन कुमार सिंह ने बताया कि कोचांग सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद डीआईजी रांची अमोल वी होमकर, कोल्हान डीआईजी कुलदीप द्विवेदी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था। रविवार को खूंटी एसपी को सूचना मिली थी कि जॉन जुनास तिडू और बलराम महाराष्ट्र भागने की फिराक में हैं। दोनों चक्रधरपुर के रास्ते महाराष्ट्र भागने की फिराक में थे। जॉन को जमशेदपुर एसएसपी अनूप बिरथरे ने छापेमारी कर हाता बस स्टैंड से गिरफ्तार किया, वहीं बलराम की गिरफ्तारी मुरहू इलाके से हुई।
जानें, क्या बताया दोनों ने
गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपितों ने स्वीकार किया है कि उनके कहने पर की बाज़ी समद समेत अन्य पीएलएफआइ उग्रवादियों ने गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया था।
जॉन जूनास तिड़ू।
खूंटी के पुलिस अधीक्षक के कार्यलय में रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया को जानकारी दी गई। प्रेस कॉन्फ्रेंस में रांची के पुलिस महानिरीक्षक नवीन सिंह, पुलिस उप-महानिरीक्षक अमोल वेणुकान्त होमकर, कोल्हान के पुलिस उप-महानिरीक्षक कुलदीप द्विवेदी, जमशेदपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक अनूप बिरथरे और खूंटी के पुलिस अधीक्षक अश्विनी कुमार सिंह मौजूद थे।
खूंटी के पुलिस अधीक्षक के कार्यलय में रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया को जानकारी दी गई।
इस तरह से दिया था घटना को अंजाम
झारखंड के खूंटी में अराजकता चरम पर है। अड़की थाना स्थित कोचांग में पांच युवतियों को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। सभी युवतियां 18 से 22 वर्ष की हैं। ये इलाके में मानव तस्करों के खिलाफ अभियान चलाती थीं। अपराधियों ने इस वारदात को अंजाम देकर यह बता दिया कि यहां किसकी हुकूमत चलती है। उन्हें पुलिस-प्रशासन का अब खौफ नहीं रहा। घटना मंगलवार की है। बुधवार रात से पुलिस की सुगबुगाहट शुरू हुई। गुरुवार सुबह से पुलिस हरकत में दिखी। मामले की जांच के लिए पहुंचे डीआइजी ने कहा कि प्रथम दृष्टया इस घटना में पत्थलगड़ी समर्थकों का हाथ नजर आ रहा है। गौरतलब है कि स्वयंभू नेताओं ने इस इलाके में पत्थलगड़ी कर रखी है। यहां पुलिस और प्रशासन के प्रवेश पर पाबंदी का बोर्ड लगा रखा है। यही वजह है कि घटना के कई घंटे बाद पुलिस को इस मामले की जानकारी हो पाई।
घसीट कर सबको ले गए जंगल
अड़की थाना क्षेत्र के कोचांग स्थित स्टॉक मन मेमोरियल मध्य विद्यालय कोचांग में मंगलवार को करीब 12 बजे एक स्वयंसेवी संस्था उर्सुलाइन की ओर से नुक्कड़ नाटक का आयोजन हो रहा था। इसमें पांच युवतियां शामिल थीं। कार्यक्रम शुरू होते ही तीन बाइक पर सवार हथियारबंद अपराधी वहां आ धमके और शिक्षक-शिक्षिकाओं को धमकाते हुए कार्यक्रम बंद करने की चेतावनी दी। उसके बाद नृत्य दल की युवतियों से मोबाइल छीन लिया। उन्हें हथियारों का भय दिखाकर घसीटते हुए नृत्य दल द्वारा लाए गए चार पहिया वाहन में बैठा लिया। आरोपितों में से एक ने खुद गाड़ी चलाई और युवतियों को जंगल में ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया गया। लगभग चार घंटे जंगल में रखने के बाद सभी को वापस शाम चार बजे वापस पहुंचा दिया गया। इस घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल बन गया। कोई मुंह खोलने को तैयार नहीं है। सभी युवतियां शिक्षा को बढ़ावा देने, मानव तस्करी पर रोक लगाने व स्वच्छता मिशन पर आधारित कार्यक्रम चला रही थीं।