इमरजेंसी में की गई थी लोकतंत्र की हत्या
रांची : भाजपा, राची महानगर के तत्वावधान में देश में 43 साल पहले लगाई गई इमरजेंसी के खिलाफ लोकतंत्र क
रांची : भाजपा, राची महानगर के तत्वावधान में देश में 43 साल पहले लगाई गई इमरजेंसी के खिलाफ लोकतंत्र का काला दिवस कार्यक्रम का आयोजन चुटिया स्थित कुशवाहा धर्मशाला में किया गया। कार्यक्रम में तत्कालीन काग्रेस नीत इंदिरा गाधी सरकार द्वारा लोकतंत्र की हत्या करते हुए आपातकाल लगाए जाने और आपातकाल की काली यादों पर चर्चा की गई। अध्यक्षता एवं स्वागत भाषण महानगर भाजपा अध्यक्ष मनोज मिश्रा ने दिया। मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह ने कहा कि जिस प्रकार 25 जून की रात में बिना कैबिनेट की मीटिंग बुलाए देश में इमरजेंसी की घोषणा कर दी गई, वैसी लोकतंत्र की हत्या कभी नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में लगभग एक लाख दस हजार लोगों को जेल में डाल दिया गया था और पूरे देश में एक डर का माहौल था। लोग भागे-भागे फिर रहे थे। उन्होंने कहा कि लोगों को पकड़कर यातनाएं दी जा रही थीं और नाखून उखाड़े जा रहे थे। लगातार 21 महीने तक यह सब चलता रहा। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम का उद्देश्य है कि आज भी लोग यह समझें कि आपातकाल में क्या हुआ था। काग्रेस के लोग जो आज नसीहत देते हैं, उन्हें और आम जनता को बार-बार हम याद दिलाना चाहते हैं कि किस प्रकार का घिनौना कृत्य काग्रेस ने किया था।
उन्होंने कहा कि उस समय जो आपातकाल में हुआ, काग्रेस आज भी उसी प्रकार का कृत्य कर रही है। चुनाव हारने पर काग्रेसी लोगों के मन में भ्रम पैदा करते हैं की ईवीएम में खराबी है और जीतने पर कुछ नहीं बोलते। उन्होंने कहा कि इस प्रकार से संवैधानिक संस्थाओं के प्रति भी काग्रेस लोगों के मन में भ्रम पैदा करने का काम कर रही है। पहली बार देश में गैरकाग्रेसी सरकार जयप्रकाश नारायण जी के कारण बनी, जिन्होंने पूरा जीवन संघर्ष किया और संपूर्ण क्रांति का आह्वान किया था।
मोदी सरकार की उपलब्धियों की भी चर्चा
अरुण सिंह ने कहा कि आज केंद्र में सबसे लोकप्रिय सरकार नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में चल रही है और जयप्रकाश नारायण के 10 महत्वपूर्ण बिंदुओं पर वर्तमान की सरकार ने कार्य किया है। उज्जवला योजना के माध्यम से पूरे देश में बड़ी संख्या में लोग लाभान्वित हुए हैं। 2022 तक कोई गरीब ऐसा नहीं होगा, जिसका पक्का मकान नहीं रहेगा। आर्थिक क्रांति के रूप में जीएसटी का निर्णय वर्तमान की सरकार ने किया है।
देश में हमेशा जीवित रहे लोकतंत्र
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि अपनी निजी मंशा थोपने में इंदिरा गाधी यह भूल गई थीं कि यह देश लोकतात्रिक है। जब तक हम इतिहास के आईने में नहीं देखेंगे, तब तक नया इतिहास भी नहीं बना पाएंगे। 21वीं सदी भारत वर्ष का है और हमें संकल्प लेने की आवश्यकता है कि फिर से देश में ऐसा काला दिवस कभी नहीं आए और लोकतंत्र हमेशा जीवित रहे। अध्यक्षता एवं स्वागत भाषण महानगर अध्यक्ष मनोज मिश्रा ने किया।
इनकी रही मौजूदगी
कार्यक्रम संचालन महानगर महामंत्री केके गुप्ता और धन्यवाद ज्ञापन जनार्दन शाह ने किया। मौके पर समीर प्रो. यदुनाथ पाडे, परमा सिंह, अजय मारू, हरविंदर सिंह बेदी, उराव, दीपक प्रकाश, नवीन जयसवाल, आशा लकड़ा, रामकुमार पाहन, डॉ जीतू चरण राम, संजीव विजयवर्गीय एवं रणधीर चौधरी वरुण साहू, जनार्दन शाह, मंजू चौधरी, पंकज वर्मा, अजय अग्रवाल, अरुण पाडेय, मुकेश सिंह, गणेश साहु, अरविंद सिंह पिंटू, छत्रधारी महतो, सुजीत शर्मा, विनोद महतो, कामेश्वर सिंह, राम लगन राम, जीतन यादव, बलसाय महतो, वीरेंद्र बहादुर, राजेश सिंह, संतोष मिश्रा, रामजी प्रसाद, अनीता वर्मा, जितेंद्र सिंह पटेल, राधेश्याम केसरी, रेनू सिंह, रेखा महतो, नवीन सोनी, मदन केसरी, गौतम देव, दीपक विश्वास, धमर्ेंद्र सिंह, सनी वर्मा, दिवाकर सिंह, सोमनाथ उराव, मनोज झा, सहित सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता एवं आम लोग उपस्थित थे।