सुपारी का पैसा उठाकर जमीन विवाद के निबटारे में लगाया शूटर
रांची : धुर्वा के जेएन कॉलेज के पास जमीन कारोबारी सह सूद कारोबारी अजय कुमार सिंह हत्या
रांची : धुर्वा के जेएन कॉलेज के पास जमीन कारोबारी सह सूद कारोबारी अजय कुमार सिंह हत्याकांड का रांची पुलिस ने खुलासा करते हुए गुरुवार को दो आरोपितों को मीडिया के सामने पेश किया। इसके बाद दोनों को जेल भेज दिया गया है। जेल भेजे गए आरोपितों में अजय सिंह के करीबी व विश्वासपात्र झूना सिंह और शूटर आशीष नित्यानंद टोप्पो उर्फ मोटा शामिल है। पुलिस के मुताबिक दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। शूटर आशीष ने पुलिस को बताया कि अजय की हत्या के लिए झूना से डेविड ने सुपारी ली थी। इसके बाद डेविड ने आशीष और हरिशंकर रजक से संपर्क कर हत्या की योजना बनाई। डेविड ने बताया कि सुपारी की रकम डेविड ने अपने घर में किसी जमीन विवाद के निबटारे में लगने वाले पैसे के लिए ली थी। उसे रुपये की सख्त जरूरत थी। इसबीच झूना ने संपर्क किया, तो झट से हत्या की जिम्मेदारी ले ली थी। हत्या के लिए तीन लाख में सौदा तय हुआ। एडवांस के रूप में दो लाख रुपये मिले थे। इस पैसे को उसने जमीन विवाद निबटारे में लगा चुका है।
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हत्या कर बोला माल गिरा दिए हैं :
पुलिस के मुताबिक घटनास्थल पर झूना सिंह भी मौजूद था। जेएन कॉलेज के पास डेविड, आशीष और हरिशंकर स्कूटी से पहुंचे थे। उस समय झूना वहीं मौजूद थे। इसबीच अजय को फोन कर झूना बुलाया और वहां से किनारे हो गया। कुछ देर के बाद वहां जब अजय सिंह पहुंचा तो डेविड और हरिशंकर ने मिलकर चार गालियां दाग दी। जब वे आश्वस्त हो गए कि अजय सिंह की मौत हो गई, तब झूना को कॉल कर बताया कि माल गिरा दिया गया है। इसी तरह डेविड ने माल गिराना है, पैसे मिलेंगे बोलकर आशीष और हरिशंकर को तैयार किया था। हत्या के लिए वे 7.65 बोर की लोडेड पिस्टल लेकर पहुंचे थे।
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अखबार से पता चला कि झूना है पुलिस हिरासत में :
डेविड को अखबार देखने पर पता चला कि उन्हें सुपारी देने वाले झूना सिंह पुलिस हिरासत में है। इसके बाद आशीष को कॉल कर बताया कि झूना पकड़ा गया है। लेकिन उसे पुलिस छोड़ देगी। इसी दिन आशीष बरियातू स्थित भरमटोली से पकड़ा गया। पुलिस ने डेविड के खूंटी के कदमटोली स्थित घर पर छापेमारी की थी। लेकिन वह फरार मिला। मूल रूप से गुमला का रहने वाला है।
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जुआ कारोबार पर कब्जा और 21 लाख हड़पने के लिए की हत्या :
पुलिस के मुताबिक जुआ के कारोबार में कब्जा जमाने के लिए अजय सिंह लगा हुआ था। वह पिस्का मोड़ स्थित मंत्री होटल में चल रहे करोड़ों के जुआ कारोबार पर कब्जा करना चाहता था। अजय झूना के साथ पार्टनरशीप में सूद का कारोबारी और जुआ का संचालन कर रहा था। मगर, जुआ कारोबार पर कब्जा करने की भनक झूना सिंह को लग गई। इसके बाद हत्या की योजना बनाई और हत्या कर दी। हत्या के बाद इलाके के लोग आश्चर्य में है कि इतना करीबी होने के बावजूद कैसे अजय की हत्या झूना ने करवा दी। इस षड्यंत्र में शंकर बड़ेरा भी शामिल था। अब तक इस मामले में डेविड, शंकर बड़ेरा और हरिशंकर रजक फरार हैं। इनकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।
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17 जून की रात की थी हत्या
अजय कुमार सिंह की हत्या बीते 17 जून को जेएन कॉलेज धुर्वा के पास गोली मारकर की गई थी। उसे तीन गोली लगी थी। गोली गर्दन, छाती और कलाई में लगी थी। घटना की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल से गोली का चार खोखा, अजय का चप्पल और दो लोगों का एक-एक पैर का चप्पल बरामद किया गया था। मामले के उद्भेदन के लिए सिटी एसपी अमन कुमार, धुर्वा इंस्पेक्टर तालकेश्वर राम और तुपुदाना ओपी प्रभारी प्रकाश कुमार जुटे थे।