बेटा नहीं होने से नाराज ससुराल वालों ने तेजाब से नहलाया
बेटा की चाहत में तात्रिक के पास ले जाते समय ससुराल वालों ने जंगल में तेजाब उड़ेला, मृत समझकर छोड़कर भागा।
जागरण संवाददाता, राची: राची के सिविल कोर्ट में बुधवार को एक रूह कंपा देने वाली घटना सामने आई। ससुराल वालों द्वारा तेजाब डालकर हत्या करने के प्रयास को लेकर न्यायिक दंडाधिकारी तारकेश्वर दास की अदालत में मुकदमा दायर किया गया है। इसकी सुनवाई 21 जून को निर्धारित है। इस मामले में पीड़िता रिंकू देवी की पति बलराम साव, ससुर इनर साव, सास पार्वती देवी, भसुर जयराम साव, गोतनी गायत्री देवी और पड़ोसी सुनील ठाकुर के खिलाफ मुकदमा किया गया है। सभी पलामू जिले के लेस्लीगंज के पुराइन पतरा गाव के हैं।
अधिवक्ता अविनाश पाडेय के माध्यम से कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराया गया। इसमें एसिड अटैक कर जानलेवा हमला का आरोप लगाया गया है। पीड़िता के पिता वीरबल साव ने बताया कि वे बेटी को न्याय दिलाने की उमीद से कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। लाचार और मजबूरी में सरकार से भी गुहार लगाया है कि उन दरिंदो को बख्शा नहीं जाय। पीड़िता रिंकू देवी को उसके पति बलराम साव ने धोखे से मायके से ससुराल ले जाकर बेटे होने के इजाल के बहाने तान्त्रिक के पास ले जाने की बात कही।
यह कहकर ले जाने के क्त्रम में धोखे से तेजाब से नहला दिया और कहा कि तुम मेरे वंश को आगे नही बढ़ा सकती है। मरा जानकर जंगल मे छोड़ दिया। राहगिरों ने तड़पती अवस्था में स्थानीय अस्पताल में पहुचाया। इसके बाद उसे डालटनगंज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहा से बेहतर इलाज के लिए रिम्स भेज गया।
पीड़िता के पिता बीरबल साव ने न्याय और बेहतर चिकित्सा के लिए कई जगह गुहार लगाई लेकिन कही से कुछ नहीं हुआ। अंत में थक हारकर राची कोर्ट में न्याय के लिए मुकदमा किया है। बीरबल राची के रातू में रहकर मजदूर का काम करते हैं। आरोपित पति भी राची में रहकर ही काम करता है। मजदूर और असहाय पिता ने सरकार से आर्थिक सहायता के लिए भी सरकार से गुहार लगाया है। वहीं उन दरिंदो को कठोर से कठोर सजा दिलाने की माग की है। ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके।
बीरबल ने बताया कि यह घटना 29 अप्रैल 2018 की है। उसने बताया कि रिंकू देवी की शादी वर्ष 2011 में बलराम साहू के साथ हुई थी। दो लड़की भी हैं। एक लड़का हुआ था। जिसका निधन तीन चार दिनों में ही फरवरी माह में हो गया। रिंकू देवी ससुराल में रहती थी। तबीयत खराब रहता थी। बेटा भी नहीं था। ऐसे में उसे ससुराल पक्ष के लोग प्रताड़ित करते थे। बेटा की चाहत से तात्रिक के पास ले जा रहे थे।
तात्रिक गढ़वा जिले के किसी गाव में था। बीच रास्ते में सुनसान जंगल पाकर उसके सिर पर तेजाब डाल दिया, जिससे वह बुरी तरह से जलकर जख्मी हो गई। वे लोग मरा हुआ समझकर भाग निकले। रास्ते में लोगों ने देखा तो सबसे पहले उसे गढ़वा के अस्पताल में भर्ती कराया, जहा से डालटनगंज रेफर किया गया। उसके बाद उसे रिम्स भेजा गया है।
घटना की जानकारी जब उसे मिली तो उसने अपने संबंधितों को फोन कर जानकारी दी। डालटनगंज के अस्पताल में पता लगाया गया तो पता चला कि उसे रिम्स भेजा जा रहा है। पीड़िता 30 अप्रैल से रिम्स में भर्ती है। घटना के बाद पीड़िता के पति बलराम साहू ने पीड़िता के पिता व अपने ससुर बीरबल को फोन पर जानकारी दी थी कि उसका एक्सीडेंट हो गया है और अस्पताल में भर्ती है, जबकि मामला कुछ और ही था।
जले हुए अवस्था में इलाज के कुछ दिनों के बाद दामाद ने उसे गाव ले भी गया था, लेकिन वहा ले जाकर मारने पीटने लगा। साथ ही धमकी देने लगा था। इसके बाद उसके पिता ने राची लाकर रिम्स में इलाज करा रहे हैं और मुकदमा दर्ज कराया है। पिता का कहना है कि वे इसके पूर्व रातू थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने गये थे, लेकिन प्राथमिकी यह कहकर नहीं दर्ज किया गया कि यह मामला पलामू से जुड़ा है। इसलिए वहीं प्राथमिकी दर्ज कराएं। अंत में वह कोर्ट पहुंचा है।