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बिना समझे बयानबाजी कर रहे निशिकांत : राजेश ठाकुर

ठाकुर अनुसार इस तरह के भाषण ो मिल सकता है मॉब लिंचिंग की घटनाओं को बढ़ावा।

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Jun 2018 04:14 PM (IST)Updated: Sun, 17 Jun 2018 04:14 PM (IST)
बिना समझे बयानबाजी कर रहे निशिकांत : राजेश ठाकुर

राज्य ब्यूरो, रांची : झारखंड प्रदेश काग्रेस कमेटी के मीडिया प्रभारी राजेश ठाकुर ने मॉब लिंचिंग की घटना पर गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे के बयान की निंदा की है। ठाकुर ने कहा कि घटना की जानकारी के बगैर निशिकांत पुलिस के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। ठाकुर ने कहा कि एक सासद के इस तरह के बयान से मॉब लिंचिंग की घटनाओं में वृद्धि होगी। पहले उन्हें घटनास्थल पर जाना चाहिए और पीड़ित परिवार से मिलने के बाद हत्या के आरोपित परिवार से मिलना चाहिए, तभी कोई बयान सार्वजनिक रूप से देना चाहिए। सासद के बयान से ऐसा लगता है की सासद इस घटना का फायदा साप्रदायिक ध्रुवीकरण कर उठाना चाहते हैं । सासद को पता होना चाहिए कि भारत की जनता अमन पसंद है और भीड़तंत्र के द्वारा हत्या को पसंद नहीं करती है ।

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ठाकुर ने कहा कि भाजपा के सांसद-मंत्री लगातार अनर्गल बयानबाजी कर लोगों का जन मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहते हैं। जनता का ध्यान बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा से हटाकर धार्मिक भावनाओं को भड़काकर चुनावी हित साधना चाहते हैं। अडानी को जो राज्य सरकार ने जनता के खजाने से लाभ पहुंचाने का काम किया है उस मुद्दे से सासद जनता का ध्यान भटकाना चाहते हैं।

आजसू ने हेमंत सोरेन को बताया झारखंड का सौदागर :

आजसू ने पूर्व मुख्यमंत्री सह झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को झारखंड का सौदागर बताया है। कहा है कि उन्हें सीएनटी-एसपीटी, स्थानीय नीति और भूमि अधिग्रहण कानून पर बोलने का कोई हक नहीं है। झारखंड के सौदागरों को आंदोलन की बात शोभा नहीं देती।

पार्टी के केंद्रीय महासचिव राजेंद्र मेहता ने बयान जारी कर हेमंत से यह स्पष्ट करने को कहा कि क्या 2010 में उन्होंने सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन का प्रस्ताव नहीं दिया था? मुख्यमंत्री रहते उन्होंने स्थानीय नीति क्यों नहीं लागू की? यह भी कहा कि जब भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक पर विधानसभा में चर्चा होनी थी तो विपक्ष के रूप में सरकार को वाक ओवर दे दिया। केंद्रीय महासचिव ने कहा कि आजसू भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक का विरोध करती है और आगे भी करती रहेगी।


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