नाली के अभाव में दलदल बनी सड़क
रांची : वार्ड संख्या 52 के ऊपर हटिया का क्षेत्र विकास के नाम पर पिछड़ रहा है। इस क्षेत्र के धो
रांची : वार्ड संख्या 52 के ऊपर हटिया का क्षेत्र विकास के नाम पर पिछड़ रहा है। इस क्षेत्र के धोबी मोहल्ला और महतो मोहल्ला समेत अन्य मोहल्ले में भी समस्याओं का अंबार है। पक्की नाली, सड़क और पेयजल की समस्या से मोहल्ले के लोग जूझ रहे हैं। मुख्य सड़क से महतो मोहल्ला जाने वाली सड़क का साल भर पहले पक्कीकरण तो किया गया, लेकिन सड़क किनारे से नाली आज भी नदारद है। जिस कारण पूरे साल सड़क पर गंदा पानी बहता रहता है। मठ मंदिर के पास सड़क पर गंदा पानी जमा होने से लोगों को आवागमन करने में परेशानी होती है। गंदा पानी में कचरा सड़ने के कारण मोहल्ले में बदबू का आलम है।
धोबी मोहल्ला में पक्की सड़क नहीं
इसके अलावा धोबी मोहल्ला भी विकास के नाम पर कटा-कटा सा नजर आ रहा है। मोहल्ले में अभी तक पक्की सड़क भी नहीं पहुंच पाई है। कच्ची सड़क पर कई जगह जल जमाव है। कीचड़ से लिपटी सड़क पर अक्सर लोग फिसल कर गिरते रहते हैं। पूर्व में कई लोग घायल भी हो चुके हैं। मोहल्ले में नाली और सड़क की व्यवस्था को लेकर लोग वर्षो से संघर्षरत है। कई बार पूर्व पार्षद के पास भी समस्या से समाधान के लिए लोग गुहार लगा चुके हैं। विधायक के पास भी लोगों ने समस्याएं रखीं, लेकिन आश्वासन के सिवा कुछ भी हाथ नहीं लगा। पानी की नहीं हो रही सप्लाई
मोहल्ले में पांच साल पहले पानी का पाइप तो बिछाया गया। लेकिन पानी की सप्लाई अभी तक संभव नहीं हो पाई है। लोग पानी जुटाने के लिए दूर-दूर तक का सफर करते हैं। स्थानीय लोगों की माने तो पानी के तलाश में लोग सुबह ही निकल पड़ते हैं। इसके अलावा मोहल्ले में चापाकल और बोरिंग की भी निगम की स्तर से व्यवस्था नहीं की गई है। सूख चुका हैं सौ साल पुराना कुआं-
मोहल्ले में मठ मंदिर के पास सौ साल पुराना सरकारी कुआं है, जो अब देखरेख की अभाव में जर्जर हो चुका है। आसपास के क्षेत्र में बोरिंग की संख्या बढ़ती गई। जल स्तर घटने के कारण कुआं पांच साल पहले सूख चुका है। लोगों की माने तो इस कुएं के सहारे आसपास के कई मोहल्ले को पानी आपूर्ति होती थी। कुआं सूखने के कारण लोगों को पानी जुटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है। साफ-सफाई के मामले में भी इस क्षेत्र को नजरअंदाज किया जा रहा है। मोहल्ला में डोर टू डोर कचरा उठाने कभी भी निगम की गाड़ी नहीं जा रही है। जिस कारण से मोहल्ले में कचरा का अंबार लगा है। प्रतिक्रिया-
मोहल्ले में पेयजल का घोर संकट है। सप्लाई पानी की व्यवस्था नहीं है। निगम की ओर से चापाकल और बो¨रग भी नहीं लगाई गई है। पानी जुटाने दूर जाना पड़ता है।
- प्रेम प्रसाद। मोहल्ले में अभी तक कच्ची सड़कों से निजात नहीं मिली है। नाली नहीं होने के कारण सड़क पर गंदा पानी पूरे साल बहता रहता है। निगम का नाली और सड़क की ओर ध्यान देना आवश्यक है।
- मुकेश गिरी । मोहल्ले में कचरा का उठाव करने निगम की गाड़ी कभी भी नहीं आती है। कूड़ेदान की भी व्यवस्था नहीं है। कई जगहों पर कचरा का ढ़ेर लगा है। कचरा सड़ने के कारण बदबू फैल रही है।
- सुनील कुमार महतो। मोहल्ले में सप्लाई पाइप तो पहुंच गया लेकिन पानी सप्लाई नहीं हुर्इ्र। पेयजल की समस्या से लोग जूझ रहे हैं। मठ मंदिर के पास का कुआं सुख जाने से परेशानी और बढ़ ़गई है।
- अरविंद कुमार। मोहल्ले में नाली का घोर अभाव है। नाली नहीं होने से सड़क पर जलजमाव की स्थिति बनी रहती है। सड़क पर कीचड़ होने से कई लोग फिसल कर गिर रहे हैं। मोहल्ले में कभी भी फागिंग करने निगम की टीम नहीं आई है।
- भूषण कुमार। वार्ड की जिम्मेदारी संभाले कुछ ही माह हुआ है। वार्ड के अंदर जो भी समस्या है, उसे चिह्नित करने का कार्य शुरू हो चुका है। रोड, नाली, पेयजल समेत सभी समस्याओं का अनिवार्य तौर पर समाधान होगा।
- निरंजन कुमार, पार्षद वार्ड संख्या 52 ।