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सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थियों को अब मिलेंगी पुस्तकें

रांची : सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को अब पुस्तकें मिलने लगेंगी। ईद के बाद पुस्तक सभी स्कूलों में विद्यार्थियों ककेलिए पुस्तकें पहुंच जाएंगी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Jun 2018 08:03 AM (IST)Updated: Sat, 16 Jun 2018 08:03 AM (IST)
सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थियों को अब मिलेंगी पुस्तकें
सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थियों को अब मिलेंगी पुस्तकें

रांची : सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को अब पुस्तकें मिलने लगेंगी। ईद के बाद पुस्तकें मिलनी शुरू होंगी। प्रिंटिंग प्रेस से पुस्तक छपकर आने लगी हैं। पुस्तकें प्रखंड संसाधन केंद्र में रखी जा रही हैं। वहां से सभी प्रखंडों में भेजी जाएंगी। कुछ प्रखंडों से पुस्तकें स्कूलों में भी भेज दी गई हैं। स्कूलों में शीघ्र वितरण होगा। कक्षा चार व पांच की पुस्तकें प्रखंड संसाधन केंद्रों में पहुंच गई हैं। सभी विद्यार्थियों के लिए सेट लगाकर पैक किया गया है।

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विलंब से हुआ था टेंडर

शिक्षा विभाग के उदासीन रवैये के कारण विद्यार्थियों को दो माह बाद पुस्तकें मिलेंगी। उनकी कक्षाएं शुरू हो गई है। पुस्तक छपाई के लिए समय पर टेंडर नहीं होने की वजह से विद्यार्थियों को विलंब से पुस्तकें मिल रही हैं। नामांकन के पूर्व तक विभाग की तैयारी सही नहीं होने का खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ा। उन्हें या तो पुरानी पुस्तक से पढ़ाई करनी पड़ी या फिर बिना पुस्तक के ही क्लास हुई।

उल्लेखनीय है कि सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में कक्षा एक से आठ में अध्ययनरत विद्यार्थियों को शिक्षा विभाग की ओर से निश्शुल्क पुस्तक दिए जाने का प्रावधान है। विद्यार्थियों में खुशी

गर्मी छुट्टी की समाप्ति के बाद सभी सरकारी विद्यालय खुल गए हैं। ईद की छुट्टी समाप्त होते ही उन्हें पुस्तकें मिलेंगी। इसकी सूचना से विद्यार्थियों में खुशी का माहौल है। उम्मीद हो गई है कि अब उन्हें नई पुस्तकें मिलेंगी। यहां छात्राओं को मिलती है पुस्तकों की राशि

उच्च विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा नौ और 10 की छात्राओं को भी पुस्तकें दी जाती हैं। सरकार द्वारा इनकी पुस्तकों के लिए राशि विद्यालय के बैंक खाते में भेजी जाती है। इसके बाद विद्यालय के प्रधानाचार्य पुस्तक क्रय कर स्थानीय विधायक, सांसद, वार्ड पार्षद आदि जनप्रतिनिधि या प्रशासनिक पदाधिकारियों के समक्ष छात्राओं को पुस्तकें देते हैं। छात्राओं को एनसीईआरटी की पुस्तकें दी जानी हैं। विद्यालय के खाते में राशि भेज दी गई है। विद्यालय प्रधान अपने-अपने स्तर से एनसीईआरटी की पुस्तकें खरीदकर छात्राओं को उपलब्ध कराने में लगे हैं, ताकि छात्राओं को शिक्षा ग्रहण करने में सुविधा मिले। प्रति छात्रा 750 रुपये पुस्तक के लिए दिए जाते हैं।

'पुस्तकें छपकर प्रखंड संसाधन केंद्र में पहुंचने लगी हैं। यहां से स्कूलों में में भेजी जा रही हैं। ईद की समाप्ति के तुरंत बाद सभी विद्यार्थियों को निश्शुल्क पुस्तकें दे दी जाएंगी। '

- शिवेंद्र कुमार, जिला शिक्षा अधीक्षक।


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