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विश्व पर्यावरण दिवस पर सीएम बोले, उद्योगों को लेना होगा रिसाइकिल किया गया दूषित पानी

विश्व पर्यावरण दिवस पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि झारखंड में दूषित पानी के रिसाइक्लिंग की व्यवस्था की जाएगी।

By Sachin MishraEdited By: Published: Tue, 05 Jun 2018 01:31 PM (IST)Updated: Tue, 05 Jun 2018 03:02 PM (IST)
विश्व पर्यावरण दिवस पर सीएम बोले, उद्योगों को लेना होगा रिसाइकिल किया गया दूषित पानी
विश्व पर्यावरण दिवस पर सीएम बोले, उद्योगों को लेना होगा रिसाइकिल किया गया दूषित पानी

रांची, जेएनएन। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि झारखंड में दूषित पानी के रिसाइक्लिंग की व्यवस्था की जाएगी। उद्योगों की कानूनी बाध्यता यह पानी लेने की होगी। झारखंड में प्लास्टिक की रिसाइक्लिंग की भी व्यवस्था शुरू की जाएगी।

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उन्होंने इस अवसर पर नागरिकों को छह माह के भीतर झारखंड को प्लास्टिक प्रदूषण से मुक्त करने का आह्वान किया। कहा, सरकार झारखंड को ग्रीन अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने का काम करेगी। उन्होंने ग्रामीण वन उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए प्रत्येक प्रखंडों में ग्रामीण हाट तथा पर्यटन स्थलों पर हाट लगाने की बात कही। 

पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी को प्रेरित करें
इससे पहले सीएम रघुवर दास ने ट्वीट किया कि आज पर्यावरण संरक्षण न होने के चलते लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है, प्लास्टिक का प्रयोग मानव जीवन के लिए बहुत खतरनाक है। आइए पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी को प्रेरित करें। पर्यावरण दिवस पर आप और हम मिलकर पौधे लगाएं और प्लास्टिक का बहिष्कार करें।

राज्य के सभी वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में प्लास्टिक बैन
पलामू टाइगर रिजर्व सहित राज्य के 11 वन्य प्राणी आश्रयणी, भगवान बिरसा मुंडा जैविक उद्यान और खूंटी के काला माटी डियर पार्क में प्लास्टिक के प्रयोग को पूरी तरह से वर्जित किया गया है। वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग सभी सेंचुरी में प्लास्टिक को बैन करते हुए अभियान शुरू कर दिया है। हालांकि, मंगलवार को विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर इसकी विधिवत घोषणा की गई। मुख्यमंत्री रघुवर दास विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर रांची के खेल गांव में आयोजित समारोह में सभी सेंचुरी एवं सुरक्षित क्षेत्रों को प्लास्टिक मुक्तकरने के अभियान का शुभारंभ किया।

प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य जीव) एलआर सिंह ने बताया कि इस वर्ष विश् व पर्यावरण दिवस का थीम 'बीट प्लास्टिक पाल्यूशन' रखा गया है। इस कड़ी में राज्य में एक नेशनल पार्क, ग्यारह वन्य प्राणी आश्रयणी, चिडि़याघर एवं खूटी में काला माटी डीयर पार्क सहित सभी संरक्षित क्षेत्रों में प्लास्टिक के प्रयोग को वर्जित किया गया है। प्लास्टिक के उपयोग को कम करने और जन जागरूकता के लिए इको विकास समितियों के सहयोग से विभिन्न वन अवस्थित ग्रामों में जागरूकता रैली का आयोजन पिछले सप्ताह किया गया है। जिनमें स्थानीय स्कूलों के बच्चों ने भी बढ़चढ़ कर भाग लिया है।

इसके अलावा लोक स्थलों पर प्लास्टिक मुक्तकरने का अभियान चलाया गया है। अभियान के तहत जन सहभागिता के माध्यम से अपशिष्ट पदार्थ का संग्रहण किया जा रहा है ताकि समेकित रूप से उन्हें प्लास्टिक डिस्पोजल सेंटर को भेजा जा सके। बेतला नेशनल पार्क एवं विभिन्न आश्रयणियों के अंतर्गत जल संग्रहण क्षेत्रों को प्लास्टिक से मुक्त बनाने का अभियान भी चलाया गया है। इस अवसर पर झारखंड राज्य के औद्योगिक समूहों एवं वन सुरक्षा समितियों /इको विकास समितियां के मध्य वार्ता का भी आयोजन किया गया है।

नदी किनारे 134 किमी में लगेंगे पौधे
राज्य की सभी छोटी-बड़ी नदियों के किनारे वृहद पैमाने पर पौधरोपण किया जाएगा। फिलहाल इस वर्ष पहले चरण में मानसून के दौरान नदियों के किनारे 134 किमी में पौधरोपण किया जाएगा। प्रधान मुख्य वन संरक्षण (विकास) एसएस बधावन ने बताया कि झारखंड देश का पहला ऐसा राज्य होगा जहां नदी तटों की वन एवं गैर वन भूमि पर इतने बड़े पैमाने पर पौधरोपण कर नदी के तट को संरक्षित किया जाएगा।
 


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