गर्ल्स हॉस्टल में कैसे गई विदिशा की जान, उठ रहे सवाल; पांच साल से कातिल की तलाश
गर्ल्स हॉस्टल में पांच साल पहले एक छात्रा की लाश मिली थी, उसके कातिल की तलाश अब तक जारी है।
राज्य ब्यूरो, रांची। रांची स्थित बरियातू के हाई क्यू इंटरनेशनल एकेडमी की दसवीं की छात्रा विदिशा कैसे मरी? किसने कर दी उसकी हत्या? गर्ल्स हॉस्टल में विदिशा की लाश मिली थी, उसके कातिल की पिछले पांच वर्षों से तलाश की जा रही है। कातिल को खोजने का जिम्मा सीआइडी के पास है। फॉरेंसिक रिपोर्ट से लेकर अन्य साक्ष्य को अब तक नहीं जुटा सकी है सीआइडी। अनुसंधान की रफ्तार अब तक कछुआ गति से ही चल रही है। लोकायुक्त कार्यालय में भी मृतका के परिजनों ने शिकायत की थी। इस वर्ष अब तक सीआइडी को तीन रिमाइंडर भेजे जा चुके हैं, लेकिन अब तक इस मामले में सीआइडी फाइनल रिपोर्ट नहीं दे सकी है।
सीआइडी के एसपी ने एक साल पहले लोकायुक्त कार्यालय में प्रारंभिक जांच रिपोर्ट दी थी। इसमें बताया था कि विदिशा की कॉपी व मौके से बरामद सुसाइड नोट की लिखावट एक ही व्यक्ति की थी। इसकी पुष्टि विधि विज्ञान प्रयोगशाला कोलकाता की रिपोर्ट में हुआ था। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में एसफिक्सिया आया था। वहीं, बिसरा जांच की रिपोर्ट में एन आरगेनो फॉसफोरस पेस्टिसाइड वाज डिटेक्टेड इन कंटेंट्स ऑफ ग्लास जार का उल्लेख है। इस कांड के अनुसंधानकर्ता को अभी कई बिंदुओं पर जांच करने का आदेश जारी किया गया था। जांच अभी जारी है।
जानें, क्या है मामला :
विदिशा राय हाई क्यू इंटरनेशनल एकेडमी में कक्षा दस में पढ़ती थी। वह स्कूल परिसर में ही स्थित गर्ल्स हॉस्टल के कमरा नंबर 15 में रहती थी। 13 सितंबर, 2013 को दिन के करीब 12 बजे उसे स्कूल प्रबंधन ने गंभीर हालत में रिम्स पहुंचाया था, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। तब प्रबंधन ने दावा किया था कि विदिशा हॉस्टल में पंखे से लटकी मिली थी।
इतना होने के बावजूद स्कूल प्रबंधन ने मृतका के पिता को केवल इतना बताया था कि विदिशा की तबीयत खराब है। जब परिजन पहुंचे तो विदिशा मृत पाई गई थी। इसके बाद बरियातू थाने में विदिशा के पिता चतरा के जतराही बाग निवासी विकास कुमार राय ने स्कूल के प्रशासनिक अधिकारी सुभाष क्रीपेकर व स्कूल के चेयरमैन हरिनारायण चतुर्वेदी के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई थी।