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चमकते बाजार में जरूरत थोड़ी सावधानी की

अक्षय तृतीया पर खरीदारी का महामूहुर्त, लाखों की होगी बिक्री, आएगी बाजार में तेजी।

By Edited By: Published: Sun, 15 Apr 2018 03:31 PM (IST)Updated: Sun, 15 Apr 2018 03:34 PM (IST)
चमकते बाजार में जरूरत थोड़ी सावधानी की
चमकते बाजार में जरूरत थोड़ी सावधानी की

जागरण संवाददाता, रांची : 18 अप्रैल को खरीदारी का महामूहुर्त है। सोने चांदी के बाजार चमक उठेंगे तो साथ में ऑटोमोबाइल बाजार की भी चांदी होगी। वहीं, दूसरी ओर इलेक्ट्रानिक सामान भी बिकेंगे। शहर तैयारियों में जुटा हुआ है। सिर्फ एक दिन में करोड़ों का व्यापार होगा। बाजार ऑफरों से भरा पड़ा है। बाजार में कहीं सोने पर छूट मिल रही है तो कहीं मेकिंग चार्ज फ्री कर दिया जा रहा है। एक दिन में 100 करोड़ से भी ज्यादा का व्यवसाय होगा। इन सब ऑफरों के बीच धोखा-धड़ी भी है। कहीं ऐसा न हो कि आप सोना 22 कैरेट का खरीदें और हकीकत में आपको 18 कैरेट का ही ज्वेलरी हाथ लगे।

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अगर सोने की खरीद कर रहे हैं तो सावधानी जरूरत बरतें। कहीं ऐसा न हो की जिसे आप खरा सोना समझ कर खरीद रहे हों वह खोटा निकले। आपकी समझदारी और सूझ-बूझ से ही आप धोखाधोड़ी से बच सकते हैं। कोशिश करें की सिर्फ हॉलमार्क लगे ज्वेलरी ही खरीदे। सिर्फ हॉलमार्क वाले स्वर्ण आभूषणों की बिक्री संबंधी केंद्र सरकार के फैसले ने ग्राहकों की चिंता दूर कर दी है। लेकिन, व्यापारियों की चिंता बढ़ा दी है। झारखंड की बात करें तो भारतीय मानक ब्यूरो ने सिर्फ जमशेदपुर में एक सेंटर बनाया है। सूबे में आभूषणों की करीब 16 हजार दुकानें हैं। जिसमें हॉलमार्क ज्वेलरी बेचने वाले दुकान कुछ ही हैं। क्या है हॉलमार्क : हॉलमार्किंग कीमती धातुओं की शुद्धता का प्रमाण-पत्र है। हॉलमार्किंग के अनिवार्य हो जाने से ग्राहकों द्वारा खरीदी जाने वाली ज्वेलरी में सोने की पूरी मात्रा उन्हें मिलेगी। इससे सोने के गहने खरीदने वालों के हितों की रक्षा होगी। च्वेलर्स इसमें गड़बड़ी नहीं कर पाएंगे। कठोर दंड भी : नियमों का पालन नहीं करने वाले ज्वेलर्स के खिलाफ जुर्माने की राशि न्यूनतम 2 लाख व अधिकतम 5 लाख रुपए होगी। इसके अलावा एक साल की कैद का भी प्रावधान है। पाच बातों पर दें ध्यान 1. भारतीय मानक ब्यूरो का लोगो सोने पर अंकित हो। 2. शुद्धता का नंबर लिखा होना चाहिए। 22 कैरेट, 18 और 24 कैरेट के लिए अलग-अलग। 3. ब्यूरो के शुद्धता सेंटर का मानक भी अंकित होना चाहिए। 4. ज्वेलर्स की दुकान के निशान। 5. हॉलमार्क का साल भी अंकित होना चाहिए। जरूर देखें बीआइएस का निशान : आभूषण खरीदते समय ग्राहकों को उस पर बीआइएस का निशान अवश्य देखना चाहिए। इसके साथ ही शुद्धता ग्रेड या फिटनेस नंबर की पड़ताल भी अवश्य करें। हॉलमार्किग निशान बेहद बारीक व छोटे होते हैं। इन्हें ज्वेलर्स मैग्नीफाइंग ग्लास की मदद से देखा जा सकता है।

फिलहाल देश में 140 हॉलमार्किंग सेंटर हैं। इस तरह समझें नंबरों का गणित 958 - सोने की 23 कैरेट शुद्धता 916 - सोने की 22 कैरेट शुद्धता 875 - सोने की 21 कैरेट शुद्धता 750 - सोने की 18 कैरेट शुद्धता 708 - सोने की 17 कैरेट शुद्धता 585 - सोने की 14 कैरेट शुद्धता 375 - सोने की 09 कैरेट शुद्धता वर्जन : ऑटोमोबाइल क्षेत्र में भी बुकिंग बात सिर्फ सोने-चांदी के बाजार की नहीं है। ऑटोमोबाइल सेक्टर की भी चांदी है। दो पहिया से लेकर चार पहिया तक की बुकिंग अच्छी है। आंकड़ों की मानें तो सिर्फ मंगलवार को सड़क पर 150 से भी अधिक चमचमाती हुई नई गाड़ियां सड़क पर उतरेंगी। इसमें मारूति से लेकर हुंडई और फीएट तक की कार शामिल होगी। जबकि दो पहिया बाइक की संख्या इससे भी कई गुणा अधिक होगी। सोने चांदी के बाद लोग सबसे ज्यादा इस खास दिन पर वाहन खरीदना पसंद करते हैं।


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