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परिवारवाद और अवसरवाद पर टिका है विपक्षः भाजपा

भाजपा कार्यसमिति के राजनीतिक प्रस्ताव में विपक्ष पर जमकर निशाना साधा गया।

By Sachin MishraEdited By: Published: Tue, 17 Oct 2017 10:27 AM (IST)Updated: Tue, 17 Oct 2017 10:35 AM (IST)
परिवारवाद और अवसरवाद पर टिका है विपक्षः भाजपा

राज्य ब्यूरो, रांची। भाजपा कार्यसमिति के राजनीतिक प्रस्ताव में विपक्ष पर जोरदार हमला किया गया। विपक्ष पर जहां परिवारवाद और अवसरवाद करने का आरोप लगाया गया वहीं यह भी दावा किया गया कि विपक्षी दलों के एजेंडे में कभी भी राज्य अथवा देश का विकास नहीं रहा बल्कि परिवार के विकास में सभी नेता जुटे रहे। कांग्रेस पर पिछड़ा वर्ग विरोधी मानसिकता रखने का आरोप लगाते हुए कहा गया कि कांग्रेस के कारण पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की कवायद राज्यसभा में अटकी पड़ी है।

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राजनीतिक प्रस्ताव को विधायक अनंत ओझा ने पेश किया जबकि इसका समर्थन विधायक बिरंची नारायण ने किया और अनुमोदन विधायक रामकुमार पाहन ने। राजनीतिक प्रस्ताव के बाबत सांसद सह प्रदेश महामंत्री सुनील सिंह, प्रदेश प्रवक्ता जेबी तुबिद, प्रतुल शाहदेव, मीडिा प्रभारी शिवपूजन पाठक और सह मीडिया प्रभारी संजय जायसवाल ने जानकारी दी।

राजनीतिक प्रस्ताव में राज्य में रघुवर सरकार के एक हजार दिन पूरे होने पर दर्ज उपलब्धियों की प्रशंसा की गई। कार्यसमिति ने नक्सलवाद पर अंकुश लगाने, देश में पहली बार डीबीटी की शुरुआत नगड़ी से करने, विकास वृद्धि दर में झारखंड के दूसरे स्थान समेत कई मुद्दों पर सरकार की सराहना की। हाल के दिनों में एक लाख युवाओं को नौकरी देकर सरकार ने शिक्षित-प्रशिक्षित युवाओं को जो राहत पहुंचाई है वह काबिल-ए-तारीफ है।

ईमानदार अर्थव्यवस्था, जीएसटी और डोकलाम बड़ी उपलब्धियां :

राजनीतिक प्रस्ताव में केंद्र की मोदी सरकार की उपलब्धियों को भी शामिल किया गया है। कालाधन के खिलाफ कठोर कार्रवाई के साथ ईमानदारी से अर्थव्यवस्था का संचालन बड़ी उपलब्धि रही। जीएसटी को लागू कराकर केंद्र सरकार ने व्यवसाय हित में एक बड़ा कदम उठाया है। डोकलाम पर शांतिपूर्ण समाधान का मार्ग प्रशस्त होने की भी प्रशंसा की गई है।

अगला मोमेंटम झारखंड बोकारो में :

झारखंड ने देश में ही नहीं विदेशों में भी डंका बजाया है। राजनीतिक प्रस्ताव में दावा किया गया कि मुख्यमंत्री रघुवर दास का सफल विदेशी दौरा राज्य में निवेश की कई संभावनाओं को लेकर आया है। 8 से 14 अक्टूबर तक चेक गणराज्य और जापान के दौरे से झारखंड के व्यापक हित में कई फैसले लिए गए। राज्य में श्रम सुधारों में भी झारखंड अव्वल रहा है। देश में झारखंड लगातार दूसरी बार प्रथम स्थान पर स्थापित हुआ है। पूर्व में राज्य का 29वां स्थान रहा था। मोमेंटम झारखंड को भी सरकार की एक बड़ी उपलब्धि बताई गई। देश-दुनिया के बड़े औद्योगिक प्रतिष्ठान झारखंड में उद्योग लगाने के प्रति इच्छुक हुए और 210 एमओयू में से 95 को अब तक धरातल पर उतार भी लिया गया है। मोमेंटम झारखंड का तीसरा महोत्सव नवंबर माह में बोकारो में आयोजित है। 

हजारों का गृहप्रवेश, 41 शहरी निकाय ओडीएफ बने

राजनीतिक प्रस्ताव में झारखंड सरकार की जिन उपलब्धियों को खासकर प्राथमिकता दी गई है उनमें 41 शहरी निकायों का खुले में शौच से मुक्त होना और हजारों बेघरों को छत दिलाने का कार्य है। महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिवस पर 20 हजार से अधिक लोगों को घर देकर राज्य सरकार ने जो उपलब्धि हासिल की उसके लिए कार्यसमिति ने सरकार की भूरी-भूरी प्रशंसा की। 

इन उपलब्धियों की भी चर्चा

-धर्म स्वतंत्र विधेयक से धर्मातरण पर रोक को कार्यसमिति ने बड़ी उपलब्धि करार दिया।

-किसानों की आमदनी दोगुनी करने को लेकर झारखंड सरकार के प्रयास सराहनीय रहे हैं।

-विकास सुशासन और स्थिरता के 1000 दिन पूरे होने पर कार्यसमिति ने रघुवर सरकार की प्रशंसा की है। भ्रष्टाचार मुक्त और पारदर्शी शासन को लेकर आधारभूत संरचनाओं को सुदृढ़ किया गया है।

-सौभाग्य योजना की भी प्रशंसा की गई।

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