संक्रमित इंटर्न डॉक्टरों के संपर्क में आने वाले 16 का आज लिया जाएगा सैंपल
राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स की दो इंटर्न डॉक्टर के कोरोना पॉजिटिव मिले उसकी जांच कराई जाएगी।
जागरण संवाददाता, रांची : राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स की दो इंटर्न डॉक्टर के कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद न्यू गर्ल्स हॉस्टल के तीसरे तल्ले को सील किया गया है। साथ ही माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। दो इंटर्न में संक्रमण की पुष्टि के बाद रिम्स प्रबंधन द्वारा 16 छात्राओं की सूची तैयार की है जो संक्रमित के सीधे संपर्क में रही है। स्टूडेंट्स वेलफेयर काउंसिल के डीन डॉ आरके पांडेय ने बताया कि जिन छात्राओं की सूची तैयार की गई है, उनका कोरोना टेस्ट के लिए शनिवार की सुबह सैंपल ली जाएगी। इसके लिए रिम्स प्रबंधन व कोरोना टास्क फोर्स को भी सूचित की गई है। सुबह सैंपलिग के बाद शाम तक रिपोर्ट भी आ जाएगी। अगर सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो सोमवार से सभी की ड्यूटी वापस से लगाई जाएगी। वहीं अगर कोई संक्रमित पाया जाता है तो उसे कोविड वार्ड में शिफ्ट कर उसका इलाज किया जाएगा। आज निदेशक भी कराएंगे जांच
संक्रमित इंटर्न के संपर्क में आने के बाद रिम्स निदेशक डॉ डीके सिंह भी अपनी जांच कराने के लिए तैयार हैं। उन्होंने बताया कि शनिवार को वे भी अपना कोविड टेस्ट कराएंगे। जिसके बाद शाम में रिपोर्ट आने के बाद आगे गाइडलाइन को फॉलो करेंगे। कोरोना को देखते हुए रिम्स पीजी छात्रों मिला एक माह का विस्तार जागरण संवाददाता, रांची : रिम्स व एमजीएम जमशेदपुर में पीजी की पढ़ाई कर रहे राज्य स्वास्थ्य सेवा के चिकित्सकों को स्वास्थ्य विभाग ने एक माह का अवधि विस्तार दे दिया है। शुक्रवार को इस संबंध में विभाग के प्रधान सचिव नितिन कुलकर्णी ने पत्र जारी कर रिम्स व एमजीएम प्रबंधन को भेजा है। इसमें रिम्स और एमजीएम जमशेदपुर के पीजी छात्र अब 30 जून तक परीक्षा दे सकेंगे। इसके साथ-साथ कोविड डयूटी में लगे पीजी छात्रों को अब हटाया नहीं जा सकेगा। उनकी सेवा अब जून तक ली जा सकेगी। राज्य सेवा के पीजी कोर्स में अध्ययनरत चिकित्सकों का तीन वर्ष का अध्ययन अवधि विस्तार 31 मई को खत्म हो चुका है। इसके बाद इन भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद के शासी बोर्ड द्वारा सभी मेडिकल कॉलेज के लिए जारी एडवाइजरी के अनुसार पीजी की परीक्षाएं 30 जून तक संचालित होनी है। इससे पहले रिम्स के पीजी छात्रों ने विभाग से एक माह के अवधि विस्तार की मांग की थी। एक माह का अवधि विस्तार होने के बाद करीब 1.40 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ सरकार को उठाना होगा।
इससे पहले रिम्स प्रबंधन ने अवधि समाप्त होने को लेकर करीब 160 पीजी छात्रों को 31 मई तक हटाने की बात कही थी। इसका सभी छात्रों ने विरोध किया था और प्रबंधन से कहा था इस आपातकालिन अवधि को लेकर एमसीआइ ने अपने गाइडलाइन में स्पष्ट लिखा है कि इन्हें कम से कम दो माह का एक्टेंशन दिया जाए।