इस वर्ष 15 खनिज ब्लॉक होंगे नीलाम
झारखंड राज्य भूतात्विक कार्यक्रम पर्षद की 22वीं बैठक में इस वित्तीय वर्ष 15 खनिज ब्लॉक नीलाम करने का फैसला किया
रांची : झारखंड राज्य भूतात्विक कार्यक्रम पर्षद की 22वीं बैठक में इस वित्तीय वर्ष 15 खनिज ब्लॉक नीलाम करने का लक्ष्य रखा गया है। इनमें से 12 खनिज ब्लॉक नीलामी के लिए विभाग तैयार कर चुका है और शेष पर काम चल रहा है। खान सचिव अबुबक्कर सिद्दीख पी. ने अधिकारियों को तकनीक का अधिकतम प्रयोग करने का निर्देश दिया। उन्होंने डिजिटल तकनीक को भी अपनाने का निर्देश दिया।
बैठक का संचालन करते हुए सदस्य सचिव कुमारी अंजलि ने झारखंड और केंद्र सरकार के भू-वैज्ञानिकों व अधिकारियों से अनुरोध किया अधिक से अधिक नीलामी योग्य ब्लॉकों की तलाश करें। बैठक में भू-तत्व निदेशालय एवं झारखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र के प्रयास से तैयार जीआइएस इनेबल वेबसाइट का प्रजेंटेशन दिया गया। सचिव ने इस दौरान अन्वेषण संस्थानों के प्रतिनिधियों को कहा कि वे बेहतर तकनीक स्थानांरित करें ताकि गुणवत्तापूर्ण भूतात्विक प्रतिवेदन तैयार हो सके।
खान सचिव ने एनएमईटी फंड के तहत अधिक से अधिक भूतात्विक अन्वेषण का प्रस्ताव देने का सुझाव दिया ताकि झारखंड को इस मद में मिलनेवाली राशि का सदुपयोग हो सके। कुमारी नीलम ने पांच खनिज ब्लॉकों की नीलामी और चार ब्लॉकों की नीलामी के लिए उपलब्धता की जानकारी भी लोगों को दी। उन्होंने बताया कि भारत सरकार से मूल्य प्राप्त होने के बाद दो पन्ना खनिज ब्लॉक और एक बॉक्साइट ब्लॉक की नीलामी प्रक्रिया पूरी की जाएगी। वित्तीय वर्ष 2018-19 में 10 से 15 खनिज ब्लॉकों की नीलामी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसमें ग्रेफाइट के तीन, तांबा का एक, बॉक्साइट का तीन, चूना पत्थर के तीन तथा लौह अयस्क के दो खनिज ब्लॉक नीलामी के लिए तैयार किए जा रहे हैं।
क्षेत्रीय सत्र 2018-19 में लौह अयस्क, मैगनीज, बॉक्साइट, डोलोमाइट, चाइनाक्ले, अभ्रक तथा लघु खनिज के अन्वेषण का कार्यक्रम अनुमोदित किया गया।
इस दौरान भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण के उप महानिदेशक जनार्दन प्रसाद, आइबीएम के अनुपम नंदी, सीएमपीडीआइएल, एमईसीएल, एनएमडीसी, एएमडी, टाटा स्टील, रूंगटा माइंस, जेएसडब्ल्यू, बीआइटी मेसरा, रांची विवि, आइएसएम आदि संस्थानों के प्रतिनिधि मौजूद थे। धन्यवाद ज्ञापन उप निदेशक विजय कुमार ओझा ने किया।