Move to Jagran APP

डाड़ी प्रखंड में स्वास्थ्य व्यवस्था लचर, पांच ऑक्सीजन बेड बनाने की तैयारी

मनोज तिवारी गिद्दी (रामगढ़) एक लाख से अधिक आबादी वाले डाड़़ी प्रखंड में कोरोना की दूसरी

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 07:24 PM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 07:24 PM (IST)
डाड़ी प्रखंड में स्वास्थ्य व्यवस्था लचर, पांच ऑक्सीजन बेड बनाने की तैयारी
डाड़ी प्रखंड में स्वास्थ्य व्यवस्था लचर, पांच ऑक्सीजन बेड बनाने की तैयारी

मनोज तिवारी, गिद्दी (रामगढ़) : एक लाख से अधिक आबादी वाले डाड़़ी प्रखंड में कोरोना की दूसरी लहर तक एक भी आक्सीजन बेड नहीं थे। इस कारण कोरोना पीड़ित मरीजों एवं उनके परिजनों को आक्सीजन बेड के लिए 20-30 किलोमीटर दूर रामगढ़ जाना पड़ रहा है। प्रखंड बनने के 13 साल बाद भी यहां अभी तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नहीं बन पाया है। डाड़ी प्रखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था अभी भी चुरचू प्रखंड स्वास्थ्य विभाग के जिम्मे है। डाड़ी प्रखंड से चुरचू प्रखंड की दूरी 50 से 60 किलोमीटर दूर है। जबकि हजारीबाग जिला मुख्यालय में 60 से 70 किलोमीटर दूर है। इससे यहां के लोगों को स्वास्थ्य विभाग के चुरचू प्रखंड में होने का दंश क्षेलना पड़ रहा है।

loksabha election banner

दूसरी लहर में दर्जनों लोग मौत के काल में समा चुके हैं

दूसरी लहर में प्रखंड में स्वास्थ विभाग दुरुस्त नहीं होने के कारण दर्जनों लोग कोरोना के काल में समा चुके हैं। कोरोना का तीसरा लहर पहले से ज्यादा प्रभावी होने की आशंकी जताई जा रही है। अगर ऐसो होता है और स्वास्थ विभाग की उदासीनता डाड़ी प्रखंड के प्रति ऐसी ही बनी रहती है तो प्रखंड में भयावह स्थिति उत्पन्न हो सकती है। क्योंकि तीसरे लहर के बारे में कही जा रही है कि इसमें मरीजों को तुरंत आक्सीजन की जरूरत पड़ेगी। ऐसे में प्रखंड में ऑक्सीजन बेड नहीं रहने से प्रखंडवासियों की चिता की लकीर बनी रहेगी। मांडू विधायक जयप्रकाश भाई पटेल समेत कई पंचायत प्रतिनिधियों ने डाड़ी प्रखंड में आक्सीजनयुक्त एंबुलेंस एवं बेड बनाने की मांग की है। जबकि विधायक के पहल पर सीसीएल अधिनस्त क्षेत्र में दूसरे लहर में आक्सीजनयुक्त बेड की व्यवस्था की गई थी। क्षेत्र वासियों का कहना है कि तीसरे लहर से बचाव के लिए अगर गिद्दी सीसीएल अस्पताल में आक्सीजन युक्त करीब 10 बेड की व्यवस्था हो जाती है तो क्षेत्र के लोगों की जान बचाई जा सकती है।

आयुष डाक्टर के सहारे चल रही प्रखंड की स्वास्थ व्यवस्था

डाड़ी प्रखंड के 14 पंचायत में दो आयुस डाक्टर, 12 एएनएम, 8 स्वास्थ्य कर्मी हैं। प्रखंड में पांच उप स्वास्थ्य केंद्र चैनपुर, बलसगरा, हेसालौंग, रबोध एवं डाड़ी है। इसके अलावे सीसीएल गिद्दी अस्पताल है। डाड़ी प्रशासन व स्वास्थ विभाग प्रखंड के सभी पंचायतों में शिविर लगाकर अधिकाधिक लोगों को वैक्सीनेशन करने में जूटी हुई है। इसके अलावे कोविड जांच में तेजी लाई गई है।

डाड़ी में पांच आक्सीजन युक्त बैड बनाने की की चल रही तैयारी बीडीओ

डाड़ी प्रखंड विकास पदाधिकारी संतोष गुप्ता ने कहा कि प्रखंड वासियों को कोरोना के तीसरे लहर से बचाने के लिए डाड़ी एसडब्लूसी में पांच आक्सीजन युक्त बैड बनाने की तिव्रगति से तैयारी चल रही है। ताकि तीसरे लहर में प्रखंड के लोग पॉजिटिव होते है तो उनकी जान बचाई जा सकें। इसके बलावे तीसरे लहर के बचाव के लिए प्रखंड में युद्ध स्तर पर लोगों को दूसरे डोज का वैक्सीनेशन देने का कार्य चल रहा है। प्रखंड में अभी तक करीब 40/50 प्रतिशत लोगों को टीका लग चुका है। इसके अलावे प्रखंड कोरोना जांच निरंतर चल रहा है। बीते कुछ दिनों से प्रखंड में जांच में एक भी पॉजिटिव केस नहीं आया है। कहा कि इसके अलावे नियमित मास्क का उपयोग करने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। हालाकि 13 वर्ष बाद भी डाड़ी प्रखंड में अपना स्वास्थ्य विभाग नहीं होने के कारण स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानी आ रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.