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अतिक्रमित स्कूल की भूमि को दो लोगों ने किया मुक्त

संवाद सूत्र भुरकुंडा (रामगढ़) भुरकुंडा हाई स्कूल और नेहरू कन्या प्राथमिक विद्यालय की मुक्त कर दिया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 13 Jul 2020 08:33 PM (IST)Updated: Tue, 14 Jul 2020 06:17 AM (IST)
अतिक्रमित स्कूल की भूमि को दो लोगों ने किया मुक्त
अतिक्रमित स्कूल की भूमि को दो लोगों ने किया मुक्त

संवाद सूत्र भुरकुंडा (रामगढ़) : भुरकुंडा हाई स्कूल और नेहरू कन्या प्राथमिक विद्यालय की अतिक्रमित भूमि को खाली करने की मियाद मात्र दो दिन बची है। लेकिन अतिक्रमणकारियों का हौसला अब भी बुलंद है। मात्र दो अतिक्रमणकारी ने पाचवें दिन विद्यालय के अतिक्रमित भूमि को मुक्त किया है। मालूम हो कि उक्त दोनों विद्यालयों की कई एकड़ जमीन को अतिक्रमणकारियों द्वारा कब्जा कर लिया गया है। विद्यालय प्रबंधन व स्थानीय लोगों द्वारा कई वर्षों से इस अतिक्रमित भूमि को खाली कराने के लिए प्रखंड व जिला प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई गई थी। लगभग 10 दिन पूर्व सीओ ने दोनों विद्यालयों की जमीन की मापी की थी। इसमें पाया गया था कि कई एकड़ जमीन पर कब्जा कर लिया गया है। इसके बाद पतरातू प्रखंड सीओ निर्भय कुमार ने 7 जुलाई को 6 अतिक्रमणकारियों पूर्व मुखिया विमल राय, शिवकुमार राय, भूषण सिंह, कन्हैया राम, दूर्गा प्रसाद गोयल व कारू राय को नोटिस देकर एक सप्ताह के अंदर अतिक्रमित भूमि को खाली करने का फरमान जारी किया था। इधर सोमवार को कारू राय ने नेहरू कन्या स्कूल का अतिक्रमित जमीन से नाद, खूंटा, और गाय भैंस हटाकर जमीन को मुक्त कर दिया है। वहीं शिवकुमार राय ने भुरकुंडा हाई स्कूल की जमीन पर बने रूम का ईंटा व चदरा हटा दिया है। इन दोनों लोगों ने कहा कि हमलोग सरकारी आदेश का पालन किए है। अब हमपर कारवाई नहीं होनी चाहिए। वहीं 4 अतिक्रमणकारियों के कब्जे में कई एकड़ अभी भी विद्यालय का जमीन कब्जा है। अब देखना लाजमी होगा कि ये लोग अतिक्रमण हटाते है या नहीं।

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दस्तावेज जुटाने में जुटा है भुरकुंडा क्षेत्र विकास मंच

भुरकुण्डा क्षेत्र विकास मंच भुरकुंडा हाई स्कूल की कूल कितनी जमीन है और कितने पर कब्जा है इसका दस्तावेज जुटाने में जुटा है। इसी को ले मंच का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को भुरकुण्डा हाई स्कूल पहुंचा। हलांकि प्रधानाध्यापक के अनुपस्थित रहने के कारण दस्तावेज उपलब्ध नहीं हो सका। मंच ने बताया कि यह जानना जरूरी है कि सीओ द्वारा चिन्हित किए गए जमीन से स्कूल प्रबंधन व वहां के जनप्रतिनिधि सहमत हैं कि नहीं। साथ ही सीओ द्वारा हाई स्कूल व कन्या मध्य विद्यालय की मापी के बाद बताई गई अतिक्रमित जमीन उतनी है या इससे ज्यादा है तो अधिक जमीन कहां है। मंच ने यह भी कहा कि चर्चा है कि सीसीएल की जमीन को मापी के दौरान हाई स्कूल की जमीन में दर्शाया गया है। इसमें कितना क्षेत्र समाहित किया गया है इसकी जानकारी जरूरी है। कहा गया कि अगर हाई स्कूल विद्यालय प्रबंधन द्वारा हमलोगों को सहयोग नही किया जाता है तो इनके विभागीय भूमिका पर भी सवाल उठाया जाएगा। प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से क्षेत्र के जिला परिषद सदस्य दर्शन गंझू, गिरधारी गोप, टिकेश्वर महतो, बिनय कुमार सिंह, जगतार सिंह, रिजवान खान, प्रेम कुमार साहू, आजाद अंसारी, राजन करमाली, युगेश दांगी, गुलाब मिश्रा, भुनेश्वर साव आदि मौजूद थे।

सूचना अधिकार के तहत मांगी है जानकारी

आजसू छात्र संघ के विश्वरंजन सिन्हा ने सूचना अधिकार अधिनियम 2005 के तहत सूचना अधिकारी सह अंचलाधिकारी से भुरकुंडा हाई स्कूल व नेहरू प्राथमिक कन्या विद्यालय की कूल जमीन के बावत सम्पूर्ण जानकारी मांगी है। इसमें खाता संख्या, प्लोट नम्बर, जमीन की चौहदी आदि शामील है। इसमें सीसीएल की जमीन की भी जानकारी मांगी गई है। इसके अलावे दोनों विद्यालयों के आसपास अन्य सरकारी जमीनों का भी ब्योरा मांगा है। साथ ही पूछा है कि क्या उक्त जमीन केंद्रीय विद्यालय भुरकुंडा में स्थापित करने की मानक के रूप में है या नहीं।


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