National Police Day: पुलिस स्मरण दिवस में जवानों को दी गई श्रद्धांजलि
सशस्त्र जिला बल के जवानों ने सलामी शस्त्र व शोक शस्त्र के पश्चात दो मिनट का मौन रखकर शहीदों को नमन किया।
रांची, जासं। राज्य के विभिन्न जिलों में सोमवार की सुबह पुलिस स्मरण दिवस मनाया गया। इस दौरान देश में शहीद हुए पुलिस पदाधिकारियों व जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। सशस्त्र जिला बल के जवानों ने सलामी शस्त्र व शोक शस्त्र के पश्चात दो मिनट का मौन रखकर शहीदों को नमन किया। इस अवधि में झारखंड राज्य में शहीद हुए पुलिसकर्मियों को भी श्रद्धांजलि दी गई।
आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए बलिदान के लिए हमेशा तैयार रहेंगे
रामगढ़ मेें स्मरण दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एसपी प्रभात कुमार ने कहा कि पुलिस पदाधिकारियों व जवानों ने आम लोगों की सुरक्षा व कर्तव्य के दौरान शहीद होकर सर्वोच्च बलिदान दिया है। ऐसे जांबाज शहीद पुलिस पदाधिकारियों व जवानों को आज के दिन नमन है। ऐसे वीर सपूतों के लिए देश व झारखंड पुलिस को गर्व है। एसपी ने कहा कि हमें खुद को सुरक्षित रखते हुए आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए पूरे ईमानदारी के साथ बलिदान के लिए हमेशा तैयार रहना है। आज के दिन शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए यह संदेश देना है कि अपने कर्तव्य के लिए, सर्वोच्च बलिदान के लिए कभी पीछे नहीं हटना है।
लोहरदगा में बक्शीडीपा स्थित पुलिस लाइन में कार्यक्रम का आयोजन
पुलिस संस्मरण दिवस के मौके पर सोमवार को शहीद पुलिस और सीआरपीएफ जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। इस क्रम में जिला पुलिस द्वारा बक्शीडीपा स्थित पुलिस लाइन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें शहीदों के चित्र पर माल्यापर्ण कर शहीदों के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया। पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में सबसे पहले शहीद जवानों को शोक सलामी दी गई। इसके उपरांत शहीदों के चित्र पर माल्यार्पण कर पुलिस जवानों व अधिकारियों ने श्रद्धांजलि दी। साथ ही शहीद के परिजनों को सम्मानित किया गया।
लद्दाख में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों को दी गयी श्रद्धांजलि
सन1959 में चीनी सैनिकों के हमले में लद्दाख के रिप्रिंगस में पेट्रोलिंग कर रहे सीआरपीएफ के 10 जवानों की शहादत की याद में सोमवार को कोडरमा पुलिस लाइन में शहीद दिवस मनाया गया। इस मौके पर कोडरमा एस पी एम तमिलवानन शहीद हुए जवानों को याद करते हुए उन्हें सलामी दी। इस मौके पर पुलिस लाइन के जवानों की ओर से शोक सभा का भी आयोजन किया गया। 21 अक्टूबर 1959 को सीआरपीएफ के एक बटालियन पर हुए हमले में दो एएसआई के अलावे 8 जवान भी शहीद हो गए थे, इनमे एएसआई गोवर्द्धन पासवान, एएसआई मनोधान हांसदा, कॉन्स्टेबल धनेश्वर महतो, कॉन्स्टेबल दिब्रु पूर्ति और युधिष्ठर मालुआवा के नाम शामिल है। शहीद दिवस के मौके पर आज कोडरमा पुलिस लाइन में एक कार्यक्रम का आयोजन कर जवानों ने अपने शस्त्र झुका कर शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी गई और उनके किए गए कार्यों को याद किया।
पलामू में जवानों को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया
पलामू जिला मुख्यालय मेदिनीनगर स्थित पुलिस केंद्र में सोमवार की सुबह पुलिस संस्मरण दिवस मनाया गया। इस मौके पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें ड्यूटी के दौरान पलामू प्रमंडल के विभिन्न स्थानों पर अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीद पुलिसकर्मियों की शहादत पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। साथ ही शहीद के परिजनों को सम्मानित किया गया। इस क्रम में शहीद वेदी के समक्ष शस्त्र झुकाकर पुलिस के जवानों ने गार्ड ऑफ आनर दिया।
गिरिडीह: एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने कहा है कि हमारे जवानों ने जिन सपनों के लिए बलिदान दिया है, वह बेकार नहीं जाएगा। शहीदों का सपना पूरा होगा। पूरा गिरिडीह जिला शीघ्र ही नक्सलियों से मुक्त होगा। एसपी सोमवार की सुबह शहीद दिवस के मौके पर नक्सलियों से लड़ते हुए शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के बाद पुलिस लाइन में लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर गिरिडीह में शहीद हुए जवानों के परिजनों को बुके देकर व शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। शहीद वेदी पर माल्यार्पण करते वक्त परिजनों की आंखे भर आईं थी। इस मौके पर सभी डीएसपी व जवान मौजूद थे।