अनदेखी से कबाड़खाना बन गया सिधवार रेलवे स्टेशन
संवाद सूत्र बरकाकाना(रामगढ़) बहुप्रतिक्षित रांची-कोडरमा रेल लाइन पर नव निर्मित सिधवार स्ट
संवाद सूत्र, बरकाकाना(रामगढ़) : बहुप्रतिक्षित रांची-कोडरमा रेल लाइन पर नव निर्मित सिधवार स्टेशन पिछले एक वर्ष से कबाड़खाने में बदल गया हे। इसे ठीक-ठाक कर दुरुस्त करने की दिशा में अबतक कोई ठोस पहल नहीं की जा सकी है। लगभग चार करोड़ की लागत से बने अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त स्टेशन के उद्घाटन के बाद बरकाकाना से सिधवार तक सवारी ट्रेन का कुछ दिनों तक सफलतापूर्वक परिचालन भी किया गया। गत फरवरी 2020 में असामाजिक तत्वों ने स्टेशन में चोरी करने के बाद तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया था। सात कमरों के स्टेशन भवन में वायरिग और होर्डिंग को काफी क्षति पहुंचाई गई थी। खिडकियों में लगे कांच, दरवाजे, वायरिग की तार, टिकट काउंटर में लगे मशीन, भी तोड़े गए थे। दो कमरों के पंखे तक चोरी हो गए। इसके बाद से स्थिति आजतक जस की तस बनी हुई है। कबाड़ जहां-तहां उसी दशा में पसरा हुआ है। चार दिनों पूर्व हाजीपुर रेलवे जोन के महाप्रबंधक एलसी त्रिवेदी रूट में पड़ने वाले स्टेशनों का जायजा लिया, जहां उन्होंने सिधवार स्टेशन की दुर्दशा पर चिता जताई। इधर कहा जा रहा है कि संभवत: दिसंबर 2021 में रांची-कोडरमा वाया हजारीबाग रूट पर रेल परिचालन शुरु हो जाएगा। सिधवार स्टेशन का मरम्मत और सुविधा पर जहां सरकारी खजाना और खर्च होगा, वहीं भविष्य में भी स्टेशन की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती बनी रहेगी। इधर, स्टेशन का तोड़फोड़ के संबंध में बरकाकाना के रेलवे अधिकारियों से पूछे जाने पर कहा कि संज्ञान में नहीं है, इसे विशेष ध्यान देते हुए अधिकारियों को अवगत करा कर देखा जाएगा।