सादगीपूर्ण संपन्न हुई रथयात्रा, मौसीबाड़ी पहुंचे भगवान जगन्नाथ
सादगीपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ रथयात्रा मौसीबाड़ी पहुंचे भगवान जगन्नाथ संवाद सहयोगी रामगढ़ भगवान जगन्नाथ बहन सुभद्रा व भाई बलभद्र के लिए विशेष पूजन रथयात्रा महो
संवाद सहयोगी, रामगढ़ : भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा व भाई बलभद्र के लिए विशेष पूजन रथयात्रा महोत्सव शहर के नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत वार्ड नं 26 कैथा में मंगलवार को सादगीपूर्ण तीरके से भक्तिमय माहौल में संपन्न हुआ। कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन के कारण केवल विधि अनुसार धार्मिक अनुष्ठान कर भगवान का पूजन किया गया। प्रात: भगवान के दर्शन और पूजन को लेकर मंदिर का पट खोला गया। पट खुलते ही श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ उमड़ पड़ी। इसके बाद मंदिर का पट बंद कर दिया गया। संध्या छह बजे ग्रामीणों द्वारा सामाजिक दूरी का पालन करते हुए और मास्क लगाकर कर भगवान को रथारूढ़ कर मौसीबाड़ी पहुंचाया गया। पूजा समिति अध्यक्ष देवधारी महतो ने कहा कि कोरोना महामारी के प्रसार से बचाव को लेकर इस वर्ष सादगीपूर्ण तरीके से रथयात्रा संपन्न हुई। रथयात्रा में सम्मिलित सभी श्रद्धालु शारीरिक दूरी का पालन और मास्क का प्रयोग किए। पूजा समिति सचिव राजेश कुमार महतो ने कहा कि कैथा रथयात्रा रामगढ़ जिले का सर्वाधिक लोकप्रिय और आस्था का पर्व है। कैथा रथयात्रा का समृद्ध इतिहास रहा है। भगवान जगन्नाथ भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के पूजन से श्रद्धालुओं की मनोरथ पूर्ण होती है। इस वर्ष कोरोना महामारी से बचाव के लिए सरकारी और जिला प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करते हुए बगैर मेले के रथयात्रा संपन्न किया गया। मुख्य पुजारी डॉ. बीएन चटर्जी ने कहा कि कैथा रथयात्रा 1950 से अनवरत चला आ रहा है।
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रथयात्रा को लेकर पहली बार हुई ऐसी स्थिति : 70 वर्षों के इतिहास में पहली दफा है जब बगैर मेले के केवल परंपरानुसार धार्मिक अनुष्ठान कर रथयात्रा का आयोजन किया गया। पूजा समिति व ग्रामीणों की सहभागिता से रथयात्रा महोत्सव को संपन्न किया गया। इस अवसर पर कोषाध्यक्ष आशुतोष चटर्जी, संरक्षक संजय करमाली, रामप्रकाश महतो, अशेश्वर महतो, गणेश महतो, रतनलाल महतो, सुकर महतो, रुपेन्द्र महतो, राजकुमार महतो, संदीप महतो, माधव करमाली, अमित दास, दीपाली चटर्जी, संजय महतो, परितोष चटर्जी, अजय आस्था, प्रकाश, केशरलाल, नीतीश, पंकज, प्रशांत, तरुण, राहुल, शिव, रवि, रंजीत आदि समिति सदस्य व ग्रामीण शामिल थे।