गेट बंद करने का नाविकों ने किया विरोध
पतरातू थर्मल पतरातू लेक रिसोर्ट के मुख्य द्वार होकर पर्यटक पार्क में पहुंचते हैं। पार्क के गेट से होकर पर्यटक नौका विहार करने के लिए डैम किनारे जाते हैं। पतरातू लेक रिसार्ट का संचालन कर रहे झारखंड टूरिज्म डेवलप्मेंट कॉरपोरेशन द्वारा शनिवार को पार्क से नाव घाट जाने वाले गेट को सील किया जा रहा था।
संसू, पतरातू थर्मल : पतरातू लेक रिसोर्ट के मुख्य द्वार से होकर पर्यटक पार्क में पहुंचते हैं। पार्क के गेट से होकर पर्यटक नौका विहार करने के लिए डैम किनारे जाते हैं। पतरातू लेक रिसार्ट का संचालन कर रहे झारखंड टूरिज्म डेवलप्मेंट कॉरपोरेशन द्वारा शनिवार को पार्क से नाव घाट जाने वाले गेट को सील किया जा रहा था। इसे लेकर नाविकों ने विरोध करते हुए गेट को सील करने से रोक दिया। नाविकों का कहना है कि पतरातू लेक रिसोर्ट निर्माण के दौरान सभी अधिकारियों द्वारा नाविकों के रोजगार से छेड़छाड़ नहीं करने का आश्वासन दिया गया था। परंतु पर्यटकों को नाव घाट आने से रोका जाना वायदे के खिलाफ है। नाविकों ने इस बावत पतरातू अंचल अधिकारी को ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया है। साथ ही नाविकों को पहचान पत्र दिए जाने, मोटर वोट का संचालन विस्थापित नाविक संघ को दिए जाने की अपील की है। मौके पर मुख्य रूप से जियाउल अंसारी, प्रयाग कुमार, पिकू कुमार, मिनहाज अंसारी, समाउदीन अंसारी, समसुदिन अंसारी, योगेन्द्र महतो, समीउल्लास अंसारी, जावेद अंसारी, रउफ अंसारी आदि मौजूद थे। वहीं दूसरी ओर डैम किनारे कटुआ कोचा क्षेत्र में वर्षों से नाव चला रहे विस्थापित नाविक युवा संघर्ष कमेटी ने भी पतरातू बीडीओ को ज्ञापन सौंपकर पतरातू लेक रिसोर्ट में नाविकों को समायोजित किए जाने की अपील की है। यह जानकारी कमेटी के सचिव तारिक अंसारी ने दी।