योजना बनाने के लिए किया जाएगा आधारभूत आंकड़ों का संग्रहण
रामगढ़ समाहरणालय के सभागार में रविवार को जिले में षष्ठम लघु सिचाई गणना के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की शुरुआत उप विकास आयुक्त संजय सिन्हा ने दीप प्रज्वलित कर किया। भारत सरकार के जल संसाधन विभाग द्वारा कराई जा रही या गणना का उद्देश्य लघु सिचाई क्षेत्र के संबंध में योजना बनाने के लिए एक व्यापक एवं विश्वसनीय आधारभूत आंकड़ों का संग्रहण करना है।
संवाद सहयागी, रामगढ़ : समाहरणालय के सभागार में रविवार को जिले में षष्ठम लघु सिचाई गणना के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की शुरुआत उप विकास आयुक्त संजय सिन्हा ने दीप प्रज्वलित कर किया। भारत सरकार के जल संसाधन विभाग द्वारा कराई जा रही या गणना का उद्देश्य लघु सिचाई क्षेत्र के संबंध में योजना बनाने के लिए एक व्यापक एवं विश्वसनीय आधारभूत आंकड़ों का संग्रहण करना है। गणना का उद्देश्य जिले में सिचाई में प्रयोग होने वाली सभी तरह की वाटर बॉडीज की जानकारी संग्रहित कर डेटाबेस तैयार करना है। प्रत्येक प्रखंड के अंचल अधिकारी द्वारा पंचायत सेवक, जनसेवक, कर्मचारी को स्थानीय उपलब्धता के अनुरूप प्रगणक के रूप में नामित कर प्रगणन का कार्य कराया जाएगा। कार्यशाला में सभी प्रगणकों को सेंसस के लिए पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया। साथ ही साथ जिले के विभिन्न प्रज्ञा केंद्रों के संचालकों को सेंसस में कार्य करने के लिए प्रशिक्षित किया गया। इस कार्यशाला में डीआरडीए डायरेक्टर ज्योत्सना सिंह, सभी प्रखंडों के अंचलाधिकारी, सभी पंचायतों एवं वार्डों के प्रगणक, प्रज्ञा केंद्रों के संचालकों सहित कई अन्य उपस्थित थे।