दशलक्षण पर्व में हुई पूजा, उमड़े लोग
रामगढ़ : शहर के श्री दिगंबर जैन मंदिर व रांची रोड स्थित पार्श्वनाथ जैन मंदिर में मंगलवार
रामगढ़ : शहर के श्री दिगंबर जैन मंदिर व रांची रोड स्थित पार्श्वनाथ जैन मंदिर में मंगलवार को दशलक्षण महापर्व के में उत्तम शौच धर्म एवं उत्तम सत्य धर्म की पूजा धूमधाम के साथ किया गया। उत्तम शौच धर्म व सत्य धर्म की पूजा में भक्तों की भीड़ उमड़ती रही। पूजन के दौरान प्रतिष्ठाचार्य सूर्य शास्त्री ने कहा कि क्या होता हैं उत्तम शौच धर्म क्या है। शौच धर्म कहता है कि आवश्यकता, आकांक्षा, आशक्ति और अतृप्ति के बीच को समक्ष कर चलना होगा। क्योंकि अपनी आवश्यकताओं को सामने रखकर चलता हैं वह कभी दुखी नहीं होता है। जिसके मन में आकांक्षाएं होती जाती हैं वह कभी सुखी नहीं होता है। कहा कि शौच धर्म का अर्थ हैं पवित्रता , आचरण में नम्रता, निर्मलता लाना ही शौच धर्म है। उत्तम सत्य वह हैं जो यह रूप भी असत्य यह रंग भी असत्य , यह भोग भी असत्य, यह विलासता के साधन भी असत्य है। कुछ भी सत्य नहीं, सब छूटने वाले है। यदि सत्य कुछ है तो हमारे भीतर का परम तत्व असत्य है। प्रथम जलाभिषेक मंगीलाल चुड़ीवाल, हरक चंद अजमेरा, सुरेश सेठी, शांतिलाल सेटी, शांतिधारा अशोक चुड़ीवाल, विवेक अजमेरा, सुमेर सेठी, अनिल विनायका ने किया।