कोरोना काल में विद्यार्थियों में लाना है साकारात्मक सोच : माहेश्वरी
रामगढ़ महाविद्यालय के स्नातकोत्तर हिदी विभाग में मंगलवार को ई-व्याख्या।
संवाद सहयोगी, रामगढ़ : रामगढ़ महाविद्यालय के स्नातकोत्तर हिदी विभाग में मंगलवार को ई-व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया। व्याख्यानमाला का विषय था आधुनिक भारतीय आर्य भाषाएं यह व्याख्यानमाला की यह दूसरी कड़ी थी। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह व संचालन अध्यक्ष, हिदी विभाग डॉ. शारदा प्रसाद एवं कार्यक्रम संयोजक विद्वान वक्ता पूर्व विभागाध्यक्ष हिदी अध्ययन अनुसंधान विभाग प्रताप महाविद्यालय अमलनेर( महाराष्ट्र) थे। प्रोफेसर डॉ. सुरेश माहेश्वरी ने प्राचार्य, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों का स्वागत किया तथा विषय प्रवर्तन कराया। उन्होंने कहा कि आज कोरोना काल में सभी स्कूल -कॉलेज बंद है. ऐसी स्थिति में विद्यार्थियों में सकारात्मक सोच उत्पन्न करना तथा ऑनलाइन कक्षा के माध्यम से भाषा विज्ञान जैसे कठिन विषय को सरल भाषा में समझाना ही उद्देश्य था। डॉ. शारदा ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि यह लॉकडाउन हमें बहुत कुछ सिखाने के लिए आया है. विद्यार्थियों को इस कोरोना काल में अपनी छिपी हुई प्रतिभा को निखारने एवं नई सोच विकसित करके नवीन कार्य पद्धति को अपनाने की ओर अग्रसर होना पड़ेगा। जो समय की धारा के अनुरूप चलता है वही विजयी होता है. प्रोफेसर डॉ.माहेश्वरी ने अत्यंत सरल शब्दों में आधुनिक भारतीय आर्य भाषा पर प्रकाश डाला उन्होंने भारतीय आर्य भाषा की उत्पत्ति, विकास एवं विभिन्न शाखाओं पर बाते रखी। डॉ अनामिका ने मंच संचालन किया. मौके पर प्रोफेसर विनय कुमार, राहुल कुमार, वीरेंद्र उरांव, आरती कुमारी, बबीता कुमारी, दिलरंजन प्रसाद, स्मिता कुशवाहा, जूही कुमारी, अभिषेक सोनी, सुनीता कुमारी, मनीषा कुमारी ,उमेश बेदिया, कविता रानी, शैलेंद्र कुमार, राजू चंद्र पोद्दार, उमेश बेदिया, रूबी कुमारी, सरिता कुमारी आदि मौजूद थे।