सुपारी ले हत्या की योजना बना रहे पांच अपराधी धराए
भुरकुंडा(रामगढ़) : भुरकुंडा पुलिस ने सुपारी ले हत्या की असफल योजना बनाने वाले पांच अपराि
भुरकुंडा(रामगढ़) : भुरकुंडा पुलिस ने सुपारी ले हत्या की असफल योजना बनाने वाले पांच अपराधियों को धर-दबोचा है। इनके पास से एक देसी पिस्टल व तीन ¨जदा कारतूस सहित चार मोबाइल मिले हैं। पुलिस ने हत्या की सुपारी देने वाले तस्लीम अंसारी की गिरफ्तारी के बाद उसके निशानदेही पर चार अपराधियों को गिरफ्तार कर गुरुवार को रामगढ़ जेल भेज दिया है। गुरुवार को भुरकुंडा ओपी में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पूरे मामले का खुलासा करते हुए पतरातू एसडीपीओ प्रकाश चंद्र महतो ने बताया कि चतरा जिला कल्याणपुर निवासी तस्लीम अंसारी ने अपने ही गांव के श्रीवास्तव उरांव से छह लाख रुपये कर्ज लिया था। कर्ज नहीं चुकाना पड़े इसके लिए तस्लीम ने श्रीवास्तव की हत्या की योजना बनाई। इस योजना में तस्लीम ने ठाकुरगांव थाना क्षेत्र के भेलवाटांड़ निवासी गुलजार अंसारी, फरकू टोली निवासी मुजाहिद आलम, उरघुटू निवासी असरफ अंसारी जिला रांची, पतरातू निवासी मोबीन अंसारी को शामिल किया। साथ ही उनलोगों को डेढ़ लाख रुपये में हत्या करने की सुपारी दे दी। 12 सितंबर को हत्या करने की योजना बनाई गई। योजना के मुताबिक तस्लीम ने श्रीवास्तव को विश्वास में लेकर अपनी स्विफ्ट डिजायर में हजारीबाग जाने के लिए तैयार किया। योजना के मुताबिक पिठौरिया में श्रीवास्तव की हत्या कर उसे जंगल में फेंक देना था। रास्ते में ही श्रीवास्तव उरांव ने मोबाइल से अपने घरवालों को बता दिया कि मैं तस्लीम के साथ हजारीबाग जा रहा हूं, उसी के साथ लौटूंगा। इसके बाद अपराधियों के होश उड़ गए। उनलोगों ने सोचा कि अभी हत्या करने से पकड़े जाएंगे। इसके बाद उस दिन हत्या का प्लान चेंज कर दिया गया। इसके बाद तस्लीम ने पिठौरिया चौक पर गुलजार अंसारी, मुजाहिद आलम, असरफ अंसारी व मोबीन अंसारी को उतार दिया। गिरफ्तार किए गए पांचों अपराधियों को पुलिस ने जेल भेज दिया। प्रेस कांफ्रेंस में भुरकुंडा ओपी प्रभारी संतोष कुमार ¨सह मौजूद थे। ऐसे हुआ मामले का पर्दाफाश बीते 19 सितंबर की शाम भुरकुंडा पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि उरीमारी की ओर से सफेद-ब्लू रंग की स्विफ्ट कार जेएच 01 बीई 3377 पर सवार व्यक्ति हथियार के साथ हैं। पुलिस ने तत्काल जाल बिछाकर सौंदा बस्ती के समीप वाहन चे¨कग अभियान लगा दिया। पुलिस को देखते ही स्विफ्ट में सवार तस्लीम ने गाड़ी घुमाकर भागने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उसे दबोच लिया। पुलिस जब उसे भागने का कारण पूछने लगी तो उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। तब पुलिस ने शक के आधार पर गाड़ी की जांच की तो डेस्क बोर्ड से 7.65 एमएम का एक देसी पिस्टल व तीन जिन्दा कारतूस बरामद हुआ। पुलिस ने जब तस्लीम से कड़ाई से पूछताछ की तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। उसने बताया कि 12 सितंबर को श्रीवास्तव उरांव का हत्या करना था योजना फेल होने के बाद हथियार व गोली को उन चारों अपराधियों को देने जा रहा था। ताकि फिर योजना बनाया जा सके। तस्लीम की निशानदेही पर ठाकुरगांव थाना क्षेत्र के चारो अपराधियों को उनके घर से धर-दबोचा गया। अपराधियों के पकड़े जाने से श्रीवास्तव उरांव की हत्या की योजना फेल हो गई। 12 सितंबर को ही सतीश सिन्हा पर भी हुआ था हमला यह एक महज संयोग है कि 12 सितंबर को ही दो हत्याओं की योजना बनी थी। हलांकि दोनों योजनाओं में अपराधियों का मंसूबा पूरी तरह से सफल नहीं हो पाया। सतीश सिन्हा को तो उनके सयाल स्थित कार्यालय में ही अपराधियों ने चार गोली मार दी थी। लेकिन अब वे खतरे से बाहर हैं। जबकि श्रीवास्तव उरांव की भी हत्या का प्लान 12 सितंबर को ही बनाया गया था। लेकिन वह भी फेल हो गया।