बहनों ने की भाइयों के दीर्घायु की कामना
भुरकुंडा : सयाल-उरीमारी सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रकृति और भाई-बहन के आ
भुरकुंडा : सयाल-उरीमारी सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रकृति और भाई-बहन के आस्था व प्रेम का महापर्व करमा पूरे धूमधाम व श्रद्धाभाव से शुक्रवार को संपन्न हो गया। इस दौरान करमा डॉल की विधिवत पूजा-अर्चना सहित अन्य धार्मिक अनुष्ठान पुरोहित द्वारा संपन्न कराए गए। साथ ही करमा और धरमा दोनों भाईयों की कथा भी सामूहिक रूप से कही व सुनी गई। पर्व को लेकर मांदर की थाप पर युवक-युवतियां थिरकतीं रहीं। नाचने-गाने व खाने-खिलाने का सिलिसिला रातभर चलता रहा। पूजा-अर्चना के बाद उपवास रखी बहनों ने लोगों के बीच लावा फूल का वितरण किया। इस मौके पर कहा गया कि करमा पर्व झारखंडी की संस्कृति का महत्वपूर्ण त्योहार है। करमा और धरमा दोनों भाईयों की कथा का सार अभिव्यक्त करते हुए कहा गया कि मानव को समाज में हमेशा अच्छे कर्म करना चाहिए। जिससे दूसरों का परोपकार हो।