तीसरी लहर से निपटने को लग रहा ऑक्सीजन प्लांट
तरुण बागी रामगढ़ कोरोना की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर रामगढ़ जिले में व्यापक तैयार
तरुण बागी, रामगढ़ : कोरोना की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर रामगढ़ जिले में व्यापक तैयारी है। मरीजों के इलाज में किसी तरह की कोई कमी नहीं हो, इसपर विशेष ख्याल रहा जा रहा है। इसके लिए ऑक्सीजन पर विशेष जोर दिया जा रहा है। दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी के कारण अस्पतालों में कोविड मरीजों के इलाज में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था। जिला-प्रशासन के सहयोग से सीसीएल केंद्रीय अस्पताल नईसराय में बनाए गए कोविड अस्पताल को सबसे बेहतर बनाने पर ज्यादा जोर दिया गया है। इसको लेकर डेढ़ करोड़ की लागत से अस्पताल परिसर में आक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है। दो दिन पहले ही सीसीएल मुख्यालय ने इसके लिए टेंडर फाइनल कर दिया है। उम्मीद की जा रही है अगस्त माह के अंत तक यहां आक्सीजन प्लांट तैयार हो जाएगा। वहीं सदर अस्पताल परिसर में भी डीआरडीओ की ओर से एक पीसीए ऑक्सीजन प्लांट निर्माण किया जा रहा है। इसी माह को को ही यहां आक्सीजन प्लांट तैयार हो जाएगा। तीसरी लहर में कोरोना से बच्चों के ज्यादा प्रभावित होने की संभावनाओं के मद्देनजर अस्पतालों में विशेष तैयारी है। वैसे कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए पूरे जिले में 200 बेड तैयार किया गया है। सीसीएल केंद्रीय अस्पताल नईसराय के कोविड सेंटर में सबसे अधिक 120 आक्सीजनयुक्त बेड की व्यवस्था की गई है। इनमें से बच्चों के लिए 20 एनआइसीयू बेड बनाया गया है। वहीं एक माह तक के बच्चों के लिए चार विशेष वार्ड बनाया गया है। सदर अस्पताल छत्तरमांडू में 10-10 पीडियाट्रिक्स वार्ड बनकर तैयार हो गया है। वहीं सदर अस्पताल में 22 कोविड बेड बनाया गया है। जबकि पतरातू, मांडू व गोला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 10-10 तथा जिले के अलग-अलग 10 सब-सेंटरों में दो-दो बेड तैयार किया जा रहा है। वहीं सदर अस्पताल परिसर पीसीए आक्सीजन प्लांट लगाने की तैयारी की जा रही है। रामगढ़ जिले में कोरोना की पहली व दूसरी लहर में सीसीएल केंद्रीय अस्पताल में मरीजों को सबसे अधिक इलाज होने के कारण जिला प्रशासन ने संभावित तीसरी लहर में भी अस्पताल को विशेष जिम्मेवारी सौंपी है। हालांकि जिले के सरकारी अस्पतालों में शिशु रोग विशेषज्ञ की कमी के कारण बच्चों के इलाज में परेशानी आ सकती है। जिले में केवल दो शिशु रोग विशेषज्ञ की उपलब्ध है। जबकि हालांकि सीसीएल केंद्रीय अस्पताल में दो शिशु रोग विशेषज्ञ है। सीसीएल अस्पताल के के सीएमओ डा नागेंद्र पंडित का कहना है दूसरी लहर की तरह आपाकालीन स्थिति अब संभावित तीसरी लहर आने के बाद नहीं रहेगी। अब तो न इलाज के लिए संशाधनों की कमी रह गई है और न हीं दवा-ऑक्सीजन की। अब अस्पताल में सभी तरह के कोविड मरीजों के इलाज के लिए पूरी टीम तैयार है। अस्पताल में आक्सीजन प्लांट लगने के बाद इलाज में सहूलियत हो जाएगी। उम्मीद है कि अगस्त के अंतिम सप्ताह में ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो जाएगा। इसके बाद बाहर से मरीजों के लिए आक्सीजन लाना नहीं पड़ेगा।
सिविल सर्जन कार्यालय के चिकित्सा पदाधिकारी डा एसपी सिंह ने बताया कि संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी कर रखी है। सीसीएल केंद्रीय अस्पताल, टिस्को अस्पताल सहित निजी अस्पतालों में भी कोरोना मरीजों की इलाज की व्यवस्था कराई जा रही है। तीसरी लहर में कोरोना की चपेट में आने वाले किसी भी बच्चों के इलाज में किसी तरह की कमी नहीं होगी।