चैंबर ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा
राज्य सरकार की दोहरी नीति के कारण व्यापारी मानसिक तौर पर ल
जागरण संवाददाता, रामगढ़ : राज्य सरकार की दोहरी नीति के कारण व्यापारी मानसिक तौर पर विचलित हैं, दुकान नहीं खुलने से व्यापारियों को आर्थिक स्थिति का सामना करना पड़ रहा है, इसको लेकर राज्य के सभी चैंबर ऑफ कॉमर्स, व्यापारी संगठन द्वारा मांग करने पर भी जूता कपड़ा और कॉस्मेटिक के साथ धार्मिक स्थलों को नहीं खोला गया जो सरकार की नाकामी को छुपाता है। उक्त बातें बुधवार को शहर के बिजुलिया स्थित रामगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स भवन में प्रेस वार्ता के दौरान चेंबर अध्यक्ष विमल बुधिया ने कही। उन्होंने कहा कि सरकार के इस निर्णय के कारण व्यापारियों के बीच असमंजस की स्थिति बन गई है। व्यापारी समझ नहीं पा रहे हैं कि यह कैसा कोरोना वायरस है जिससे जूता, कपड़ा और कॉस्मेटिक दुकान से फैलेगा। साथ ही पूरी तरह से गाड़ियां बंद होने के कारण जनता इधर से उधर नहीं जा पा रही है, जिससे व्यापारी को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। कहा कि जबकि अन्य राज्यों में मॉल तक खोल दिया गया है। भगवान की आराधना से ही विपत्ति दूर होती है, ऐसी स्थिति में सरकार की दोहरी नीति समझ से परे है। मगर सरकार द्वारा धार्मिक स्थलों को भी पूरी तरह से बंद रखने से धर्म प्रेमी आहत हैं। उन्होंने कहा कि रामगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स मुख्यमंत्री से मांग करता है कि जल्द से जल्द जूता, कपड़ा और कॉस्मेटिक दुकान खोलने का आदेश जारी करें। इससे व्यापारी और झारखंड के सैकड़ों मजदूरों को रोजगार उपलब्ध हो सके। अगर सरकार इस और सकारात्मक पहल नहीं करती है तो रामगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स आंदोलन करने को बाध्य होगी, जिसकी सारी जिम्मेदारी झारखंड सरकार की होगी। उन्होंने कहा की लोक डाउन के दौरान रामगढ़ के कुछ व्यापारियों पर एफआईआर किया गया जो न्याय संगत नहीं है। इससे व्यापारियों का मनोबल टूटता है। प्रेस वार्ता में चेंबर के मानद सचिव पंकज तिवारी, पूर्व अध्यक्ष प्रदीप कुमार सिंह, पूर्व अध्यक्ष अनूप कुमार, विनय कुमार सिंह, मुरारी लाल अग्रवाल, सुनील दुबे, मनोज चतुर्वेदी मानू आदि शामिल थे।