ऑनलाइन एप्लीकेशन से जिले में चल रही सट्टेबाजी
रामगढ़ जिले में ऑनलाइन एप्लीकेशन के जरिए जिले में धड़ल्ले से सट्टेबाजी चल रहे है। वर्तमान में वर्ल्ड कप मैच के दौरान लाखों रुपये के दांव प्रत्येक मैच के दौरान लग रहे हैं। सट्टेबाजी की लत में पड़े लोग मैच शुरू होते ही अपने मैच में दांव लगाने को लग जाते हैं। अगर मैच रोमांचक रहा यानि दोनों ओर से बेहतर टीमें मैच में उतरीं तो रुपये भी उसी अनुरूप दांव में लगते हैं। ऐसा नहीं है कि यह सट्टेबाजी का धंधा आज शुरू हुआ लेकिन बदलते समय में सट्टेबाजी में पैसे लगाने का तरीका बदलता जा रहा है।
ेदेवांशु शेखर मिश्र, रामगढ़ : जिले में ऑनलाइन एप्लीकेशन के जरिए धड़ल्ले से सट्टेबाजी चल रहा है। वर्तमान में क्रिकेट वर्ल्ड कप मैच के दौरान लाखों रुपये के दांव प्रत्येक मैच के दौरान लग रहे हैं। सट्टेबाजी की लत में पड़े लोग मैच शुरू होते ही अपने पसंदीदा टीम व खिलाड़ी पर दांव लगाने का दौर शुरू हो जाता है। अगर मैच रोमांचक रहा यानि दोनों ओर से बेहतर टीमें मैच में उतरी तो रुपये भी उसी अनुरूप दांव में लगते हैं। ऐसा नहीं है कि यह सट्टेबाजी का धंधा कोई आज शुरू हुआ है लेकिन बदलते समय के साथ सट्टेबाजी में पैसे लगाने का तरीका भी बदलता जा रहा है। कम समय में खूब पैसा कमाने की चाह में युवा सब कुछ लूटा रहे हैं। इसके इतर सट्टेबाजी का संचालन करने वाले बुकी लाखों में खेल रहे हैं। या तो सट्टेबाजी खेलने वाले पहले से बुकी के पास पैसा जमा कर उसी रुपये से दांव लगाते हैं या फिर रुपये खत्म होने पर क्रेडिट पर बुकी दांव जरूर लगवा देते हैं लेकिन पैसे वसूलने के लिए कमीशन पर रखे एजेंट को संबंधित लोगों के पास भेजकर पैसा वसूलवाते हैं। कल तक जिनके पास एक साइकिल तक नहीं होती थी, वे आज महंगी-महंगी गाड़ियों में घूम रहे हैं और शहर के महंगे अपार्टमेंट में लाखों रुपये के फ्लैट में रह रहे हैं।
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कैसे लगाते हैं दांव
* सट्टेबाजों ने ऑनलाइन तरीका इजाद कर रखा है। इसके लिए सट्टे लगाने वालों को अपने एंड्रायड मोबाइल में प्ले स्टोर से क्रिकेट लाइन गुरु, क्रिकेट एक्सचेंज, क्रिकेट लाइन, क्रिकेट बज आदि एप्लीकेशन डाउनलोड करना होता है।
* इसके बाद जैसे ही क्रिकेट मैच शुरू होता है इस एप्लीकेशन के माध्यम से लोगों को सट्टेबाजी का भाव उपलब्ध होना शुरू हो जाता है।
* यहीं से सट्टेबाजी का भाव देखकर लोग दांव लगाते हैं। सट्टेबाजी का भाव देखने के बाद सट्टा लगाने वाले स्थानीय सट्टेबाजी यानी बुकी को फोन कर अपना सट्टा लगाते हैं।
* इसके लिए जिले में सक्रिय बुकी के पास या तो पहले से पैसा जमा कर देते हैं इसके बदले में दांव लगाने वालों को सट्टेबाज एक आइडी मोबाइल से ही जेनरेट कर दे देता है। * बुकी खूब सावधानी बरतते हैं और सट्टा खेलने वालों को आइडी के साथ-साथ प्रत्येक दिन के मैच के लिए एक अलग कोड दिया जाता है।
* दांव लगाने वालों को संबंधित सट्टेबाज को फोन कर कोड बता कर पैसा लगाना होता है।
* अगर जीते तो और खेलकर खूब जीतने का जुनून इतना सवार रहता है कि वे सब कुछ गंवा बैठते हैं।
* अगर कोई नया आदमी इन बुकी को फोन करेगा तो वे उन्हें सीधे पहचान लेते हैं।
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केस स्टडी 1
अभी हाल के दिनों में सट्टेबाजी में हारने के बाद एक युवक अमित सागर ने अरगड्डा के समीप ट्रेन से कटकर अपनी जान दे दी। हालांकि मामले को रफा-दफा करते हुए सट्टेबाजी के मामले को गौण कर दिया गया।
केस स्टडी-2
जिले के चितरपुर में अरुण भगत (18) ने आइपीएल मैच के दौरान करीब दो वर्ष पूर्व दो लाख 70 हजार रुपये हारने के बाद अपनी जीवन लीला ही समाप्त कर ली। उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मामला रजरप्पा थाना में भी दर्ज है।
केस स्टडी 3
शहर के एक संभ्रांत व्यवसायी परिवार में एक युवक को ऐसी सट्टेबाजी की लत लगी कि वह इस सट्टेबाजी में लाखों रुपये हार गया। बाद में परिवारवालों ने उसे अलग कर दिया और आज वह किराना दुकान खोल अपना जीवन-यापन कर कर रहा है।
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केस स्टडी-4
शहर के हृदयस्थली के पास ही एक दुकान संचालित करने वाला युवक इस लत में पड़कर लाखों रुपये हार गया। इससे आज तक उसका पूरा परिवार संभल नहीं पाया है।