एकीकृत बिहार में था रोशन, अब बदहाली पर आंसू बहा रहा बस डिपो
मुर्तजा मेदिनीनगर (पलामू) एकीकृत बिहार में कभी प्रमुख सरकारी बस डिपो में शुमार पलामू मे
मुर्तजा, मेदिनीनगर (पलामू) : एकीकृत बिहार में कभी प्रमुख सरकारी बस डिपो में शुमार पलामू मेदिनीनगर का सरकारी बस डिपो आज अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। एकीकृत बिहार में रोशन रहने वाला बस डिपो अब अपने बुरे दिन को आ पहुंचा है। अलग झारखंड राज्य बनने के 10-12 वर्षों तक इस डिपो से प्रत्येक दिन बसें खुलती थी, अब यह पूरी तरह बंद हो चुकी है। महज बस डिपो का नाम ही रह गया है। गाड़ियां एक भी नहीं चलती है। धीरे-धीरे यहां पदस्थापित कर्मचारी सेवानिवृत होते गए और उनके साथ ही यहां का भवन भी ढ़हता गया। अब स्थिति यह है कि यहां की सारी बिल्डिग खंडहर में तब्दील हो गई है। आलम है कि भरावट के नाम पर नगर निगम यहां कूड़ा-कचरा गिरा रहा है। इससे यहां गंदगी का अंबार लगा हुआ है। बाक्स..बेरौनक हुआ सरकारी बस डिपो
मेदिनीनगर : कभी यहां से रांची, पटना, बनारस, सासाराम सहित अन्य कई प्रमुख शहरों के लिए बसें मिल जाती थी। इससे इस इलाके के लोगों को काफी सुविधा होती थी। बताया जाता है कि पहले यहां से आधा दर्जन बसें प्रतिदिन खुलती थीं। इससे आम लोगों का आना-जाना आसान हो गया था। आज इस सरकारी बस डिपो में यहां से एक भी गाड़ी नहीं है। जब पूर्व में बस चलती थी तो बस डिपो में यात्री विश्राम गृह से लेकर हर चीज उपलब्ध थी। मेदिनीनगर में बस डिपो के कारण रौनक रहती थी।
बाक्स..जर्जर हुई बसें, सरकारी पेट्रोल पंप भी हो गया बर्बाद
मेदिनीनगर : सरकारी बस डिपो की स्थिति 2010 के बाद बेहद खराब हो गई। लगभग दो एकड़ में फैले इस डिपो में पेट्रोल पंप के अलावा बहुत बड़ा गैराज था। बताया जाता है कि बस डिपो का पेट्रोल पंप से सरकारी बसों में डीजल भरा जाता था। सरकार व विभाग की उदासीनता के कारण पेट्रोल पंप व बसें उजड़ती चली गईं। उक्त पेट्रोल पंप में अब भी तेल पड़ा हुआ है। यहां से प्रतिमाह लाखों रुपए की आमदनी होती थी। बाक्स..सुंदरीकरण करने में अक्षम है मेदिनीनगर नगर निगम प्रबंधन
मेदिनीनगर : मेदिनीनगर का सरकारी बस डिपो अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। मामूली बारिश में ही यहां जलजमाव हो जाता है। यहां की बदहाल स्थिति से मेदिनीनगर नगर निगम प्रबंधन की तौहीन होती है। चाहने के बावजूद नगर निगम प्रबंधन सरकारी बस डिपो का सुंदरीकरण करने में अक्षम है। कारण कि यह जमीन अब भी नगर निगम के अधीन नहीं है। ऐसी स्थिति में शहरवासियों को यहां की बदहाल स्थिति का सामना करना पड़ता है। बस डिपो स्थानांतरण होने के बाद ही इसका कल्याण हो सकेगा। बाक्स..सरकारी बस डिपो बंद होने से सरकारी कर्मचारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। वर्षों पहले बस डिपो में रौनक था लेकिन अब वीरान है। अगर जमीन नगर निगम को स्थानांतरण हो जाए तो सरकारी स्तर पर इसका सुंदरीकरण होगा। इससे शहरवासियों को काफी लाभ होगा।
राजेंद्र सिन्हा, जिलाध्यक्ष, झामुमो, पलामू। बाक्स..उपायुक्त से इस मसले पर बातचीत हुई है। उपायुक्त ने आश्वस्त किया है कि अविलंब वह जमीन नगर निगम को स्थानांतरण कर दिया जाएगा। जमीन मिल जाने के बाद नगर निगम के स्तर से कार्ययोजना तैयार कर उसका विकास करेंगे।
दिनेश प्रसाद, नगर आयुक्त, नगर निगम, मेदिनीनगर।