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टीपीसी के दो सहयोगी गिरफ्तार, नक्सलियों को चोरी की मोटरसाइकिल कराते थे उपलब्ध

पलामू पुलिस ने प्रतिबंधित संगठन टीपीसी के कमांडर सुदेश के दो सहयोगियों को तरहसी थाना के अलग-अलग क्षेत्रों से सोमवार को गिरफ्तार किया है। पुलिस के हत्थे चढ़े लालधारी सिंह व अवध विश्वकर्मा संगठित रूप से मोटरसाईकल चोरी की सस्ते दामों में टीपीसी संगठन को उपलब्ध कराया करते थे। यह जानकारी पुलिस उपाधीक्षक सुरजीत कुमार ने दी है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Feb 2020 06:35 PM (IST)Updated: Tue, 18 Feb 2020 06:35 PM (IST)
टीपीसी के दो सहयोगी गिरफ्तार, नक्सलियों को चोरी की मोटरसाइकिल कराते थे उपलब्ध
टीपीसी के दो सहयोगी गिरफ्तार, नक्सलियों को चोरी की मोटरसाइकिल कराते थे उपलब्ध

संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर : पलामू पुलिस ने प्रतिबंधित संगठन टीपीसी के कमांडर सुदेश के दो सहयोगियों को तरहसी थाना के अलग-अलग क्षेत्रों से सोमवार को गिरफ्तार किया है। पुलिस के हत्थे चढ़े लालधारी सिंह व अवध विश्वकर्मा संगठित रूप से मोटरसाइकिल चोरी की सस्ते दामों में टीपीसी संगठन को उपलब्ध कराया करते थे। ये जानकारी पुलिस उपाधीक्षक सुरजीत कुमार ने दी है। वे मंगलवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभागार में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि पांकी क्षेत्र में मोटरसाइकिल चोरी करने वाला एक गिरोह सक्रिय है। इसी सूचना के आधार पर सबसे पहले ग्राम दुंदू से लालधारी सिंह को गिरफ्तार किया गया। तलाशी के दौरान इसके पास चोरी को दो मोटरसाइकिल बरामद किया गया। पूछताछ के क्रम में इसने अपने सहयोगी मटलौंगा निवासी अवध विश्वकर्मा के नाम का खुलासा किया। पुलिस टीम तत्काल कार्रवाई करते हुए अवध को उसके घर में दबोच लिया। यहां से भी चोरी की दो मोटरसाइकिल बरामद किया गया। बाद में इसके निशानदेही पर पांकी के डंडार स्थित मानिक शर्मा के घर से एक अन्य मोटरसाइकिल बरामद किया गया। इस तरह विभिन्न स्थानों से चोरी किए गए कुल पांच मोटरसाइकिल बरामद कर लिए गए। इस संबंध में उक्त दोनों के विरूद्ध भादवि की धारा 414 व 17 सीएल एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया गया है।

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बाक्स: और मामलों का हो सकता है खुलासा

संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर: तरहसी में पुलिस के हत्थे चढ़े दो टीपीसी समर्थकों के बाईक चोरी के अन्य मामलों में भी संलिप्तता हो सकती है। जानकारी के अनुसार पूरा गिरोह संगठित रूप से काम करता था। भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों की पहले रेकी की जाती थी। वहां कोई व्यक्ति मोटरसाइकिल खड़ी कर हाट बाजार करने जाता था तो गिरोह का एक सदस्य उसके पीछे लग जाता था। तब तक गिरोह के दूसरे सदस्य मोटरसाइकिल उड़ा लेते थे।

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बाक्स: बिक्री के साथ मरम्मत का भी लेते थे ठेका संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर: मोटरसाइकिल चोरी गिरोह के सदस्य बहुत ही कम दाम पर नक्सलियों को चोरी की मोटरसाइकिल उपलब्ध करा देते थे। गिरोह के एक सदस्य अवध के मैकेनिक होने के कारण बिक्री के साथ बाइक की मरम्मत की जिम्मेदारी उठा लिया जाता था। पुलिस उपाधीक्षक के अनुसार चोरी के बाद अवध विश्वकर्मा मोटरसाइकिल का पूरा हुलिया ही बदल देता था। इनके पास से बरामद पांच में एक मोटरसाइकिल तरहसी से चोरी की गई थी। शेष के बारे में पता किया जा रहा है। पुलिस इस गिरोह के अन्य सदस्यों के गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है।


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