सहयोग से ही बाघों का विकास संभव: निदेशक
संवाद सूत्र मेदिनीनगर स्थानीय लोगों के बिना बाघों का विकास संभव नहीं हो सकता। उक्त बातें पला
संवाद सूत्र, मेदिनीनगर: स्थानीय लोगों के बिना बाघों का विकास संभव नहीं हो सकता। उक्त बातें पलामू टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर वाइ के दास ने कही। इनका कहना है कि जिस क्षेत्र में बाघों के लिए जंगल है। वहां के ग्रामीणों का सहयोग अत्यंत आवश्यक है। जंगल के आसपास रहने वाले लोग जानवरों के साथ जैसा व्यवहार करते हैं उसी के अनुसार बाधों में बढ़ोतरी होती है। मनुष्य को वन्य जीवो के साथ सामंजस्य बना कर रखना होगा। बताया कि कोई भी बाध तब तक किसी मनुष्य को नुकसान नहीं पहुंचाता है जब तक बाघों को किसी मनुष्य के द्वारा छेड़ा नहीं जाता है। बताया कि वन्यजीवों की रक्षा के लिए मनुष्य को यह समझना होगा की मनुष्य और वन्य जीवन एक दूसरे पर आश्रित हैं।
बाक्स: कितनी है बाघों की संख्या
जनगणना के अनुसार 2010 में 10,
2014 में तीन,
2018 में शून्य । 2019 में पलामू व्याघ्र परियोजना में तीन बाघों का पद चिन्ह पाया गया है। फरवरी 2020 में बाघिन के मरने के बाद पलामू टाईगर रिर्जब क्षेत्र में दो बचे नर बाघ को नहीं देखा गया है । बाक्स: वेबीनार का होगा आयोजन
इंटरनेशनल व्याघ्र दिवस के अवसर पर पूरे पीटीआर में चार जगहों पर लोगों को बाघों के बारे में जागरूक करने के लिए वेबीनार का आयोजन किया जाएगा। यह वेबीनार 10:30 बजे से लेकर 12:00 बजे तक चलेगा। विश्व टाईगर दिवास पर वेबीनार आज पूरे पीटीआर क्षेत्र में मेदिनीनग, बेतला, बरवाडीह व महुआडांड़ में वेबीनार का आयोजन किया जाएगा। इस वेबीनार में क्षेत्र के बुद्धिजीवी, शिक्षक व स्कूल के प्राचार्य भाग लेंगे। विभिन्न कार्यक्रमों का किया जाएगा आयोजन इंटरनेशनल टाइगर डे पर विभिन्न वर्ग के बच्चों के लिए कहानी लेखन व पेंटिग प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इसमें में बच्चों को प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। उन्हें नकद पुरस्कार भी दिया जाएगा। वन विभाग के गार्ड व ट्रैकरों के लिए भी फोटो सूट का आयोजन किया गया है। गार्ड व ट्रैकर 29 जुलाई से लेकर 31 जुलाई तक किसी भी जानवर का अद्भुत फोटो खींच कर लाएगा। उसे नकद पुरस्कार दिया जाएगा।