सास-ससुर नहीं करने देते थे शौचालय कर इस्तेमाल रेलवे ट्रैक पर गई दो बहुएं व पोती आई ट्रेन की चपेट में
सास-ससुर के द्वारा घर में बने शौचालय का इस्तेमाल नहीं करने देने स
जेएनएन, मेदिनीनगर/विश्रामपुर : सास-ससुर के द्वारा घर में बने शौचालय का इस्तेमाल नहीं करने देने से मजबूरी में खुले में शौच के लिए जाने का खामियाजा सोमवार को दो बहुओं व एक पोती को जान गवां भुगतनी पड़ी। ये तीनों धनबाद रेलमंडल के लालगढ़ स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर शौच के लिए जाने के क्रम में डाउन गरीब रथ दिल्ली-रांची एक्सप्रेस की चपेट में आ गई, जिससे मौके पर ही तीनों की मौत हो गई। मृतकों में लालगढ़ गांव निवासी रविद्र चौधरी की पत्नी राधा देवी (30 वर्ष), उनकी पुत्री ऋचा कुमारी (तेरह वर्ष) व रविद्र के छोटे भाई बीरेंद्र चौधरी की पांच माह की गर्भवती पत्नी सरिता देवी (29 वर्ष) शामिल हैं। घटना की सूचना मिलते ही गांव में कोहराम मच गया। घटना की सूचना तत्काल विश्रामपुर थाना, नौगढ़ा ओपी व रेलवे थाना पुलिस को दी गई। पुलिस ने तीनों शव का पंचनामा कराकर पोस्टमार्टम के लिए मेदिनीनगर स्थित पलामू मेडिकल कालेज अस्पताल भेज दिया। इधर दोपहर बाद पोस्टमार्टम के बाद तीनों शवों को परिजन के हवाले कर दिया गया। मृतक राधा देवी के पति रविद्र चौधरी व सरिता के पति बीरेंद्र चौधरी दिल्ली में काम करते हैं। उन्हें दुर्घटना की सूचना दे दी गई है, दोनों भाई घर के लिए रवाना हो चुके हैं।
बताया जाता है कि घर में शौचालय रहने के बावजूद ससुर व सास अपनी दो बहुओं राधा देवी व दिल्ली से हाल में आई गर्भवती सरिता देवी को व पोती ऋचा कुमारी को सास व ससुर अपने घर में बने शौचालय में जाने नहीं देते थे। ससुर रामचंद्र चौधरी व सास रामपति देवी का कहना था कि परिवार के अन्य सदस्यों भी उनका शौचालय इस्तेमाल करेंगे तो गंदगी बढ़ जाएगी। मैंने उनका भी घर बनवा दिया है अब वे खुद अपना शौचालय बनवाएं। मालूम हो कि रामचंद्र चौधरी 2010 में सीसीएल में इंस्पेक्टर के पद से सेवानिवृत हुए हैं। इन्होंने अपने चारों पुत्र के लिए पक्का मकान बना रखा है। दिल्ली में रहने वाले दोनों पुत्रों ने अपना शौचालय नहीं बनवाया है इसलिए वह उन्हें अपना शौचालय इस्तेमाल नहीं करने देते हैं। इस संबंध में पूछे जाने पर 70 वर्षीय रामचंद्र चौधरी व उसकी पत्नी रामपति देवी ने कहा कि पुत्र रविद्र व विरेंद्र अपना-अपना शौचालय खुद बनवाना चाहिए था। कोट : लालगढ़ पंचायत पूरी तरह ओडीएफ हो चुका है। प्रभावित परिवार के घर में भी शौचालय है, पारिवारिक कलह की वजह से महिलाओं को उसका इस्तेमाल नहीं करने दिया जाता है।
अनिता देवी, मुखिया,लालगढ़ पंचायत,विश्रामपुर। कोट : लालगढ़ पंचायत पूरी से तरह ओडीएफ घोषित किया गया है।
गोविद कच्छप,
सहायक अभियंता,
पेयजल स्वच्छता विभाग, मेदिनीनगर अनुमंडल,पलामू।