किसी भी गांव में नहीं है भय का माहौल: एसडीओ
किसी भी तरह का भय का माहौल कायम नहीं कुछ लोग ग्रामीणों को दिग्यभ्रमित करने में हैं जूटे एसडीओ दोषियों को बख्शा नहीं जाएगानिर्दोष नहीं फंसेगे एसडीपीओ
हुसैनाबाद : हुसैनाबाद थाना परिसर में कुड़वा करीमनडीह के दर्जनों ग्रामीणों ने मंगलवार को हुसैनाबाद के अनुमंडल पदाधिकारी कुंदन कुमार व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी विजय कुमार से मुलाकात कर खरडीहा गांव में एक सप्ताह पूर्व हुई घटना की जानकारी देते हुए उचित न्याय दिलाने की मांग की। इस दौरान एसडीओ कुंदन कुमार ने उपस्थित ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने उपस्थित ग्रामीणों से कहा कि होली का त्योहार है। सभी लोग एस दूसरे से मिल बैठकर पर्व को शांतिपूर्ण मनाने में सहयोग करें। उन्होंने यह भी कहा कि ग्रामीण किसी के बहकावें में नहीं आएं। एसडीपीओ विजय कुमार ने कहा कि इस घटना में दोनों तरफ से मामला दर्ज किया गया है। मामला दर्ज होने के बाद जांच किए बिना पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि कुड़वा करीमनडीह सहित कई गांव की छात्र-छात्राएं हैदरनगर टयूशन पढ़ने के लिये प्रतिदिन पहुंच रहें हैं। इसे कुछ असामाजिक तत्वों ग्रामीणों को दिग्य भ्रमित कर रहे हैं। इनके बहकावें में ग्रामीण नहीं आएं। उन्होंने कहा कि खरडीहा गांव में जिस दिन से छात्राओं के साथ हुई छेड़खानी व विरोध करने पर हुई हत्या की घटना हुई है उस दिन से उक्त गांव में 25-1 की पुलिस पार्टी गांव में तैनात कर दी गई है। अब लोग गलत हवा देने में जुटे हैं। कहत रहे हैं उक्त रास्ते से आने जाने वाले छात्र छात्राएं असुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन स्वयं खरडीहा सहित कुड़वा, करीमनडीह आदि गांवों का भ्रमण कर सुरक्षा संबंधित जानकारी ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना में दोषी कोई भी हो उसे किसी भी कीमत में बख्शा नहीं जाएगा। निर्दोष को नहीं फंसने दिया जाएगा। कहा कि पुलिस की जवाबदेही पर लोग गलत संदेश नहीं फैलाएं। ऐसा किया गया तो पुलिस कार्रवाई करने को मजबूर हो जाएगी। उन्होंने आम आवाम से अपील की कि निर्भिक होकर छात्र-छात्राएं पठन-पाठन करें। पुलिस उनको हर संभव सुरक्षा प्रदान करने को तैयार है। एसडीओ व एसडीपीओ से मिलने वालों में मुख्य रुप से एजाज हुसैन उर्फ छेदी खां, हुसैनबाद के नगर पंचायत उपाध्यक्ष ग्यासुदीन सिद्दकी, डा एजाज आलम सहित एक दर्जन से अधिक कुड़वा व करीमनडीह गांव के ग्रामीण शामिल थे।