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तापमान ने झुलसाया, बिजली ने रूलाया

मेदिनीनगर गर्मी आते ही पलामू की बिजली लोड शैडिग के सहारे चलने लगी है इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है गर्मी एवं उमस से लोग परेशान हैं गर्मी के कारण तार टूटने की घटना में वृद्धि हो गई है तार टूटने के कारण कई घंटों तक बिजली आपूर्ति बंद रह रही है इस कारण लोग परेशान हैं। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कम मात्रा में बिजली मिल रही है ।

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Apr 2019 07:24 PM (IST)Updated: Tue, 16 Apr 2019 06:28 AM (IST)
तापमान ने झुलसाया, बिजली ने रूलाया

पलामू का तापमान दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। इससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। पलामू में सोमवार का इस सीजन का सबसे अधिक तापमान 43.4 डिग्री सेल्सियस रहा। न्यूनतम 25.5 तक पहुंच गया है। रविवार को उच्चतम 43.3, शनिवार 42.5, शुक्रवार धिकतम 41.6, गुरूवार

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अधिकतम : 41.0 , बुधवार को अधिकतम : 39.2 व मंगलवार को अधिकतम तापमान 37.6 डिसे था। इधर गर्मी आते ही पलामू की बिजली लोड शेडिग के सहारे चलने लगी है। इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। गर्मी एवं उमस से लोग परेशान हैं। तार टूटने के कारण कई घंटों तक बिजली आपूर्ति बंद रह रही है।  इस कारण लोग परेशान हैं। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कम मात्रा में बिजली मिल रही है।

ग्रामीण क्षेत्रों में 8 से 10 घंटे जबकि शहरी क्षेत्रों में 12 से 14 घंटे ही बिजली मिल रही है। ऐसे में लोग परेशान हैं। गर्मी के दिनों में पलामू में निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए  50मेगावाट  बिजली की जरूरत है। लेकिन अभी पलामू को मात्र 30 मेगावाट बिजली ही मिल रही है। इधर गर्मी के कारण लोग काफी परेशानी में है ।बिजली आपूर्ति बंद रहने से लोग उमस एवं गर्मी का शिकार हो रहे हैं ।इससे उपभोक्ताओं में आक्रोश व्याप्त है। जानकारी के अनुसार मरम्मत कार्य एवं फॉल्ट के कारण कई घंटों तक बिजली आपूर्ति बंद रही है गर्मी में तार टूटने की घटना में वृद्धि हो गई है। ।ग्रामीण क्षेत्रों में मिस्त्री के अभाव में बिजली फॉल्ट मरम्मत का कार्य कई दिनों तक नहीं हो पाता है। जबकि शहरी क्षेत्रों में भी मरम्मत कार्य में घंटे लग जाते हैं ।ग्रामीण क्षेत्रों में पर्याप्त बिजली नहीं रहने के कारण सिचाई पर्याप्त मात्रा में नहीं हो पा रही है। इससे किसान परेशान है। शहरी क्षेत्रों में भी बिजली नहीं रहने के कारण लोग परेशान  हैं। पीने का पानी का भी संकट लोगों के समक्ष हो रहा है ।घरों में मोटर नहीं चलने के कारण टंकी में पानी नहीं जा रहा है ।लोग पीने के पानी के लिए भागदौड़ कर रहे हैं ।शहरी क्षेत्रों में दिन भर बिजली की कटौती कर मरम्मत कार्य किया जा रहा है। दिन में जब मरम्मत कार्य समाप्त होता है तब शाम होते ही लोड शेडिंग  कर दी जाती है। इससे उपभोक्ताओं को दिन एवं रात में भी बिजली से वंचित रहना पड़ रहा है।

मरम्मत का कार्य चल रहा : अभियंता

इस संबंध में बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता एस सी मिश्रा ने बताया कि बिजली विभाग की कई योजनाएं चल रही हैं। जिसके तहत दिन में बिजली बंद कर मरम्मत का कार्य एवं विद्युत का तार खींचने   का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पलामू को पिक आवर में 50मेगावाट बिजली चाहिए जबकि कई बार मात्र 20 से 30 मेगावाट बिजली ही ग्रिड से मिल रही है। सबसे ज्यादा परेशानी शाम को पिक आवर में होती है इस समय खपत बढ़ने के कारण बिजली पर लोड अधिक बढ़ जाता है इससे बिजली में कटौती करनी पड़ती है।

 बाक्स: राजहरा फीडर का ट्रांसफार्मर जला

 रेड़मा बिजली सब स्टेशन से निकलने वाली राजहरा फीडर का ट्रांसफार्मर जल जाने के कारण इस क्षेत्र में बिजली आपूर्ति प्रभावित हो गई है ।वैकल्पिक व्यवस्था कर इस फीडर को न्यू पीएचईडी फीडर  से जोड़ा गया है। इस कारण बारी बारी से कई घंटों तक लोड शेडिग कर बिजली आपूर्ति की जा रही है। इस कारण जीएलए कॉलेज क्षेत्र, बारालोटा , रेडमा ग्रामीण, चियांकी  आदि क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति कई घंटों तक बंद रह रही है। इस संबंध में बिजली विभाग के सहायक अभियंता अमित खेस ने बताया कि ट्रांसफार्मर जल जाने के कारण इस क्षेत्र में बिजली की समस्या उत्पन्न हो गई है। कहा कि दो-तीन दिनों में ट्रांसफर मरम्मत का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।


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