छह घंटों में मुक्त हुआ विश्वविद्यालय का अपहृत सॉफ्टवेयर इंजीनियर
Engineer. पुलिस की सक्रियता से अपहृत विश्वविद्यालय के सॉफ्टवेयर इंजीनियर को मंगलवार के तड़के मुक्त करा लिया गया है।
मेदिनीनगर, जेएनएन। पलामू पुलिस की सक्रियता से सोमवार की मध्य रात्रि चैनुपर थाना के बरांव गांव के निकट से अपहृत पलामू के नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय के सॉफ्टवेयर इंजीनियर को मंगलवार के तड़के मुक्त करा लिया गया।
जानकारी के अनुसार, विश्वविद्यालय का काम कर रहे एनसीडी कंपनी इंजीनियर समी कुमार अपने साथियों के साथ रात में एक शादी समारोह में शामिल होकर वापस मेदिनीनगर लौट रहे थे। इसी क्रम में रात करीब 12 बरांव के पास मुख्य सड़क पर एक बोलरों वाहन के बाहर खड़े कुछ लोगों ने वाहन को रोकने का इशारा किया। बताया जाता है कि पुलिस चेकिंग समझ कर वाहन को रोक दिया गया। वाहन के रुकते ही अज्ञात लोगों ने उक्त इंजीनियर को उतार कर अपने वाहन में बैठा लिया और निकल पड़े। माजरा समझते ही अपहृत के एक साथी ने रात करीब 12.20 में मोबाइल से इसकी सूचना पलामू के पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महथा को दी। सूचना मिलते ही पलामू जिला के विश्रामपुर, रेहला, छतरपुर, चैनपुर व शहर थाना को सतर्क कर दिया गया। गढ़वा से लगे सीमावर्ती क्षेत्र के सभी थानों के पुलिस द्वारा मुख्य मार्गों पर गश्ती को बढ़ा दिया गया।
क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की जांच की जाने लगी। इसी क्रम में शहर थाना के एक कैमरे ने उक्त वाहन को ट्रेस कर लिया। पुलिस की तकनीकी सेल ने भी अपहृत के मोबाइल लोकेशन की पहचान कर ली। जानकारी के अनुसार पुलिस दल बिल्कुल अपहृत के पास पहुंच गया था। इससे घबरा कर अपराधियों ने अज्ञात स्थान पर ले जाकर इंजीनियर के पास मौजूद बीस हजार रुपये लेकर उसे मुक्त कर दिया। सुबह करीब छह बजे अपहृत के मुक्त होने की सूचना मिलते ही पुलिस ने राहत की सांस ली। पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा ने बताया कि मुक्त इंजीनियर से अहम जानकारी मिली है। पुलिस इसके आधार पर अनुसंधान कर रही है।