प्रभु श्रीराम के आदर्शों को जीवन में उतारें : साध्वी प्रभु प्रिया
चैनपुर मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम ने मानव रूप में समाज को जीवन का उच्चतम संदेश दिया है ।
संवाद सूत्र, चैनपुर, पलामू : मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम ने मानव रूप में समाज को जीवन का उच्चतम संदेश दिया है। मानस में पति -पत्नी माता-पिता, भाई-बहन , स्वामी -सेवक , गुरु-शिष्य आदि मानवीय संबंधों का आदर्श प्रस्तुत किया गया है। प्रभु श्रीराम के आदर्शों को आत्मसात करते हुए इसे जीवन में उतारें। उक्त बातें बाल साध्वी प्रभु प्रिया ने कही। वे गुरुवार की रात चैनपुर बाजार प्रांगण में आयोजित श्रीराम रामचरित मानस नवाह्न पारायण पाठ महायज्ञ के 49वें अधिवेशन में प्रवचन कर रही थीं। उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम का अवतरण धरती पर राम राज्य की स्थापना के लिए हुआ था । उन्होंने सत्य मार्ग पर चलते हुए लोक निदा के भय से पत्नी तक का त्याग कर दिया। यह अपने आप में अद्वितीय है। बाल साध्वी ने सनातन संस्कृति की चर्चा करते हुए कहा कि हमारी भारतीय सनातन संस्कृति सर्वोत्तम है। अपने बच्चों को संस्कारवान बनाएं। साध्वी जी ने संगीतमय प्रवचन के दौरान रामचरितमानस के गूढ़ प्रसंगों की सरल व्याख्या की। प्रवचन में श्रद्धालु करतल ध्वनि के साथ झूमते हुए भजन गाते नजर आए। इधर गुरुवार को मानस पाठ के छठे दिवस का पारायण कराया गया । प्रवचन कार्यक्रम में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। बड़ी संख्या में लोग पूजा पंडाल पहुंचकर पंडाल में स्थापित श्री राम दरबार की पूजा परिक्रमा कर रहे हैं।