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10 दिनों से धान क्रय केंद्र पर डेरा डाले हैं दर्जनों किसान

पलामू चार का लीड गढ़वा में बाटम लीड----------- रिवर्स-किसानों की पीड़ा धान की नहीं

By JagranEdited By: Published: Thu, 06 May 2021 07:01 PM (IST)Updated: Thu, 06 May 2021 07:01 PM (IST)
10 दिनों से धान क्रय केंद्र पर डेरा डाले हैं दर्जनों किसान

पलामू चार का लीड

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गढ़वा में बाटम

लीड-----------

रिवर्स-किसानों की पीड़ा

धान की नहीं हुई खरीद, समय सीमा भी समाप्त, क्रय पदाधिकारी हैं गायब

संवाद सूत्र, नीलांबर-पीतांबरपुर (पलामू): करोना संकट के बीच पिछले 10 दिनों से प्रखंड के दर्जनों किसान अपना घर-द्वार छोड़कर धान क्रय केंद्र पर धान बेचने के लिए डेरा डाले हुए हैं। बावजूद धान की खरीद नहीं हो रही है। किसानों को फोन से बुलाकर क्रय पदाधिकारी केंद्र से गायब हैं। इस कारण परेशान किसानों में आक्रोश व्याप्त है। आक्रोशित किसान धान क्रय केंद्र पर प्रतिदिन हंगामा कर रहे हैं। बावजूद उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। बताते चलें कि यहां कभी भी नियमित रूप से धान की खरीद नहीं की गई। कोई न कोई बहाना बनाकर अधिकांश दिनों तक क्रय केंद्र बंद ही रहा। यही कारण है कि जनवरी का मैसेज प्राप्त किसानों को 26 अप्रैल को बुलाया गया। बुलाने के बाद किसान तो अपने-अपने धान लेकर आ गए, परंतु क्रय पदाधिकारी क्रय केंद्र से गायब हो गए। नतीजा है कि 30 अप्रैल की समय सीमा बीत गई। किसानों का धान क्रय केंद्र पर पड़ा है। किसान अपने धान की रखवाली चिलचिलाती धूप व बादल भरी रात में कर रहे हैं। ये किसान धान क्रय केंद्र के बाहर खुले में सोने को विवश हैं। प्रखंड के सुदूरवर्ती क्षेत्र से आए किसान ध्रुव नारायण सिंह का कहना कि किसानों को लेकर राज्य की गठबंधन सरकार का दोहरा चरित्र जगजाहिर है। सरकार को किसानों की चिंता नहीं है। रीम सिंह ने कहा कि यहां फरवरी माह से अप्रैल माह तक शायद ही धान क्रय केंद्र खुला होगा। सरकार और सरकारी तंत्र के अड़ियल रवैए से ही किसान मरने पर विवश होते हैं। मालूम हो कि किसानों का धान क्रय नहीं किए जाने के विरोध में विधायक प्रतिनिधि लाला प्रसाद यादव ने रविवार को केंद्र में तालाबंदी भी की है। बावजूद अभी तक धान खरीद को लेकर कोई पहल नहीं की गई। ौके पर उदीत पासवान, प्रदीप कुमार सिंह, पुनिता देवी, अमित सिंह, रमैया प्रसाद सिंह, गणेश सिंह सहित कई किसान उपस्थित थे।


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